नई दिल्लीः बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण काम चल रहा है. इसको लेकर राजनीतिक घमासान मचा है. विपक्ष, सरकार पर उनके वोटरों के नाम साजिश के तहत काटे जाने की आशंका जता रहा है. इस बीच चुनाव आयोग ने कहा कि बिहार में लगभग 1.5 करोड़ घरों में बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) का पहला दौरा शुक्रवार को पूरा हो गया. उन्होंने कहा कि राज्य में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को सुचारू रूप से लागू किया जा रहा है.
87 फीसदी फॉर्म बांटे गयेः चुनाव आयोग ने बताया कि बिहार में 24 जून 2025 तक पंजीकृत कुल 7 करोड़ 89 लाख 69 हजार 844 मतदाताओं में से 87 प्रतिशत गणना फॉर्म यानी कि 6 करोड़ 86 लाख 17 हजार 932 वितरित किए जा चुके हैं. शेष घर बंद हो सकते हैं, या मृत मतदाता हो सकते हैं, प्रवासी हो सकते हैं या वे लोग हो सकते हैं जो यात्रा कर रहे हों. चूंकि, बीएलओ इस प्रक्रिया के दौरान मतदाताओं के घरों में तीन बार जाएंगे, इसलिए इन आंकड़े के बढ़ने की संभावना है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
क्या-क्या प्रक्रिया अपनायी जाएगीः
एसआईआर के अनुसार, 1 अगस्त को प्रकाशित होने वाली ड्राफ्ट मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवाने के लिए मतदाता को 25 जुलाई से पहले पहले से प्रिंटेड गणना फॉर्म पर हस्ताक्षर करके जमा करवाना होगा. अपलोड किए गए फॉर्म का एक साथ सत्यापन भी शुरू कर दिया गया है. अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर को प्रकाशित की जाएगी. इसके बाद डीएम और सीईओ के पास अपील दायर की जा सकेगी.