दंतेवाड़ा : छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़े अभियानों में से एक में सुरक्षाकर्मियों ने मुठभेड़ के दौरान 31 नक्सलियों को मार गिराया है. राज्य के गठन के बाद माओवादियों के खिलाफ यह दूसरा बड़ा अभियान साबित हुआ है. इससे पहले कांकेर जिले में सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में उच्च रैंकिंग वाले कैडर सहित 29 नक्सलियों को मार गिराया गया था. मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ने की संभावना है.
मुठभेड़ स्थल से 31 नक्सलियों के शव बरामद : बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया, नारायणपुर-दंतेवाड़ा अंतर-जिला सीमा पर अबुझमाड़ में थुलथुली और नेंदुर गांवों के बीच जंगल में शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे मुठभेड़ शुरू हुई, जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी.दंतेवाड़ा और नारायणपुर के डीआरजी और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के जवान इस अभियान में शामिल थे. यह अभियान गुरुवार दोपहर को शुरू किया गया था. इस अभियान के बारे में सूचना मिली थी कि कंपनी नंबर 6 और पूर्वी बस्तर डिवीजन के माओवादी गवाड़ी, थुलथुली, नेंदुर और रेंगवाया गांवों की पहाड़ियों पर मौजूद हैं.
शुक्रवार को जिस घने जंगल में मुठभेड़ हुई थी, वहां से आज सुबह तीन और नक्सलियों के शव बरामद किए गए. इसके साथ ही मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है. नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है, लेकिन प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि वे माओवादियों की पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) कंपनी नंबर 6, प्लाटून 16 और माओवादियों के पूर्वी बस्तर डिवीजन के थे. तलाशी अभियान अभी भी जारी है. : सुंदरराज पी, आईजी, बस्तर रेंज
3 से 4 और नक्सलियों के मारे जाने की संभावना : बस्तर आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि, जमीनी रिपोर्ट से पता चलता है कि तीन से चार और माओवादी भी मारे गए हैं. सीआरपीएफ के अतिरिक्त जवानों को घटनास्थल पर भेजा गया है और तलाशी अभियान अभी भी जारी है. विस्तृत जानकारी अभियान पूरा होने के बाद अलग से जारी की जावेगी.
मौके से हथियारों का जखीरा बरामद : पूर्वी बस्तर डिवीजन के इंद्रावती एरिया कमेटी, PLGA कंपनी नंबर 06 और प्लाटून 16 के गढ़ में यह बड़ी सफलता मिली है. मुठभेड़ स्थल से 31 शवों के अलावा एक एके-47 राइफल, एक एसएलआर (सेल्फ लोडिंग राइफल), एक इंसास राइफल, एक एलएमजी राइफल और एक.303 राइफल सहित हथियारों का जखीरा भी बरामद किया गया है.
डीआरजी का एक जवान घायल, डिप्टी सीएम मिले : इस नक्सली मुठभेड़ के दौरान राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) का एक जवान घायल हो गया है. नक्सलियों के दागे गए अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) की टपेट में वह आकर डीआरजी जवान रामचंद्र यादव घायल हो गए. उन्हें उलाज के लिए फौरन एयरलिफ्ट कर रायपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. इस बीच प्रदेश के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने रायपुर अस्पताल पहुंचकर मुठभेड़ में घायल जवान से मुलाकात की औक उनका हालचाल जाना. इस दौरान डिप्टी सीएम ने डॉक्टरों को घायल जवान के समुचित इलाज के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने की सुरक्षा बलों की सराहना : नक्सल ऑपरेशन को लेकर सीएम विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को अपने आवास पर आपात बैठक बुलाई. इस मीटिंग में सीएम साय के साथ गृह मंत्री विजय शर्मा और डीजीपी अशोक जुनेजा मौजूद रहे. इस बीच मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सफल अभियान के लिए सुरक्षा बलों की सराहना की. सीएम साय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘डबल इंजन’ सरकार नक्सल समस्या को खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्पित है.
नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिलों के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 28 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है. जवानों द्वारा हासिल की गई बड़ी सफलता सराहनीय है. मैं उनके साहस और वीरता को सलाम करता हूं. नक्सलवाद को खत्म करने की हमारी लड़ाई अपने अंजाम तक पहुंचकर ही दम लेंगे. हमारी डबल इंजन सरकार इसके लिए दृढ़ संकल्पित है. राज्य से नक्सलवाद को खत्म करना हमारा लक्ष्य है. : विष्णु देव साय, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
2024 में अब तक 188 माओवादियों का सफाया : पुलिस के मुताबिक, इस मुठभेड़ के बाद इस साल अब तक दंतेवाड़ा और नारायणपुर सहित सात जिलों वाले बस्तर संभाग में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने 185 माओवादियों को मार गिराया है. 16 अप्रैल को कांकेर जिले में सुरक्षा कर्मियों के साथ मुठभेड़ में कुछ उच्च पदस्थ कैडर सहित 29 नक्सली मारे गए थे. जिसके बाद यह दूसरी सबसे बड़ी सफलता सुरक्षाबलों को मिली है.