भोपाल। कोलार की दृष्टि सिटी कॉलोनी में किराये से रहने वाली एक एमबीबीएस छात्रा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। छात्रा रामकृष्ण मेडिकल कॉलेज में द्वितीय वर्ष में पढ़ाई कर रही थी। मंगलवार को उसके माता-पिता उज्जैन से मिलने भोपाल आए थे।
वे मिलने के बाद शाम करीब छह बजे वापस उज्जैन लौट गए थे। इसके करीब दो घंटे बाद छात्रा के दोस्तों ने उसे कमरे में फांसी के फंदे पर झूलते हुए देखा। छात्रा के पास से एक पन्ने का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें खुदकुशी का कारण स्पष्ट नहीं है।
सुसाइड नोट में छात्रा ने लिखा है कि मम्मी-पापा सॉरी, मुझे माफ कर देना और अपना ध्यान रखना। हालांकि पुलिस ने यह सुसाइड नोट एफएसएल में जांच के लिए भेजा है। छात्रा का पीएम हो चुका है, कोलार थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
कई बार किया फोन, नहीं उठाया तो दोस्तों ने तोड़ा दरवाजा
एसआई जोगेंद्र नेगी ने बताया मूलत: उज्जैन की रहने वाली 20 वर्षीय रिमझिम श्रीवास्तव रामकृष्ण कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी। वह द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। रिमझिम कोलार इलाके की दृष्टि सिटी में किराये के कमरे में रहती थी।
मंगलवार शाम को उसके दोस्तों ने उसे कई बार फोन किया और जवाब नहीं मिला तो वे उसे देखने कमरे पर पहुंचे। कई बाद दरवाजा खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला, तो वे पड़ोस के लोगों के साथ दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे, जहां रिमझिम फांसी के फंदे से झूलती मिली। दोस्तों ने उसे तत्काल रामकृष्ण अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
होली पर घर नहीं आ रही थी, इसीलिए मिलने आए थे माता-पिता
एसआइ नेगी के अनुसार रिमझिम के पिता संजय श्रीवास्तव फार्मा कंपनी में कार्यरत हैं। पुलिस को उन्होंने बताया कि रिमझिम होली पर घर नहीं आ रही थी, इसीलिए हम मंगलवार को उससे मिलने भोपाल आए थे।