उत्तर प्रदेश: अमेठी जिले के तिलोई विधानसभा क्षेत्र के ग्रामसभा लीही के पूरे घिसई गांव में शनिवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब गांव के चंद्रभान (40) का शव सड़क किनारे संदिग्ध परिस्थितियों में पड़ा मिला. शुक्रवार सुबह घर से लकड़ी काटने निकले चंद्रभान रात तक घर नहीं लौटे थे. परिजनों ने रात भर उनकी तलाश की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल पाई.
शनिवार सुबह ग्रामीणों ने उनका शव देखा तो परिवार को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृतक के शरीर पर गले, पेट और पैरों पर गंभीर चोटों के निशान पाए गए हैं, जिससे हत्या की आशंका गहरा गई है.
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के भाई हरिकेश ने बताया कि चंद्रभान शांत स्वभाव के व्यक्ति थे और उनकी किसी से कोई पुरानी रंजिश नहीं थी. वे लकड़ी काटने का काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे. ठेकेदार ने बताया कि शुक्रवार को काम खत्म करने के बाद शाम करीब 6 बजे वह घर लौटने के लिए निकले थे, लेकिन घर नहीं पहुंचे.
घटना की जानकारी मिलते ही मोहनगंज थाने के एसओ राकेश सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि परिवार की तहरीर मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया जाएगा। पुलिस की कई टीमें मामले की जांच में लगाई गई हैं. सभी पहलुओं को खंगालते हुए आरोपियों की तलाश की जा रही है.
गांव में इस घटना को लेकर आक्रोश और दहशत का माहौल है. ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ने और कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
चंद्रभान की असमय मौत ने पूरे गांव को गहरे शोक में डुबो दिया है. परिजन बिलखते हुए बस यही कह रहे हैं कि मेहनत-मजदूरी करके जीवन चलाने वाले व्यक्ति की इस तरह हत्या किसने और क्यों की?