30 हजार में पिस्टल खरीदी,झगड़े में दोस्त को मारी गोली:फिल्म ‘दृश्यम’ स्टाइल में हत्या करने वाले ने बताई घटना वाली रात की कहानी

फिल्म ‘दृश्यम’ की तर्ज पर इंदौर में हुई युवक की हत्या के मामले में पुलिस को कई बातों का पता चला। आरोपियों से पुलिस ने पूछताछ की तो उस रात हुई घटना की हकीकत सामने आई। 1 मई की रात को पुरानी खुड़ैल तालाब के पास एक नहीं दो गोलियां चली। एक गोली आरोपी के दोस्त के पैर के आर-पार निकल गई। दूसरी गोली ने एक युवक की जान ले ली थी।

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पहले जान लेते है पूरा मामला

ये पूरा मामला खुड़ैल थाना क्षेत्र का है। सेमलिया चाऊ में रहने वाले विशाल पिता अजय चौहान 1 मई को शादी में जाने का बोलकर घर से निकला पर वापस नहीं लौटा। 2 मई को उसके मोबाइल से मैसेज आया कि वह सांवरिया सेठ जा रहा है, लेकिन वह कॉल नहीं उठा रहा था।

परिवार को शंका हुई तो 3 मई को परिजन खुड़ैल थाने पहुंचे और शिकायत की। पुलिस ने मामले में गुमशुदगी दर्ज कर विशाल की तलाश शुरू की। सूत्रों से पुलिस को सेमलिया चाऊ में ही रहने वाले रोहित पर शक हुआ।

पुलिस ने रोहित को पकड़ा और सख्ती से पूछताछ की तो फिल्म ‘दृश्यम’ की तर्ज पर विशाल की हत्या का मामला सामने आ गया। रोहित की विशाल की बहन से दोस्ती थी। विशाल उसे बहन से दूर रहने का बोलता था।

जमीन खोदी तो निकल आई लाश

रोहित से पूछताछ के बाद विशाल की गुमशुदगी का मामला हत्या में बदल गया। रोहित ने हत्या के बाद विशाल की लाश को जमीन में दफन कर दिया था। लाश की तलाश पुलिस को छोटी खुड़ैल तालाब ले पहुंची, जहां रोहित की निशानदेही पर पुलिस ने जमीन खोदकर विशाल की 15 से 16 दिन पुरानी लाश को बाहर निकाला और उसका पीएम करवाया।

इस हत्याकांड में रोहित की तीन लोगों ने मदद की। घटना वाली रात को रोहित का दोस्त वीरेंद्र पिता बहादुर सिंह दायमा उसके साथ था। उसके सामने ही ये हत्याकांड हुआ।

हत्या वाली रात चली दो गोलियां

खुड़ैल थाना प्रभारी करणी सिंह शक्तावत ने बताया कि हत्या वाली रात को रोहित अपने दोस्त वीरेंद्र के साथ घटना स्थल पर था। यहीं पर उन्होंने विशाल को बुलाया था। विशाल के आने के बाद उनके बीच झगड़ा हो गया। झगड़े में पहली गोली चली जो वीरेंद्र के पैर के आर-पार हो गई। इसके बाद रोहित ने दूसरी गोली चलाई जो विशाल को लगी, जिससे उसकी मौत हो गई।

विशाल की मौत के बाद उन्होंने तालाब के पास ही शव को दफना दिया और देसी पिस्टल, जिससे गोली चलाई उसे तालाब में फेंक दिया। कुछ दिन बाद जब बारिश हुई तो रोहित को लगा कही लाश बाहर ना आ जाए। इसलिए उसने अपने परिचित बबलू खाडपा और सोनू परमार को 40 हजार रुपए दिए और दोबारा घटना स्थल पर पहुंचे।

यहां उन्होंने खुदाई की और लाश के ऊपर खूब सारा नमक डाला और लाश को गहराई में दफन कर दिया, लेकिन पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

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