अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में यहूदी म्यूजियम के बाहर इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. ये दोनों यहूदी अमेरिकी कर्मचारी थे और एक-दूसरे से प्यार करते थे और जल्द शादी करने वाले थे.
इस घटना में मारे गए इजरायली दूतावास के कर्मचारियों की पहचान यारोन और सारा के तौर पर की गई है. इजरायली दूतावास ने बताया कि यारोन और सारा दोस्त और कलीग थे. दोनों बेहतर जिंदगी जी रहे थे और करिअर में अपने पीक पर थे. इस शाम आतंकी ने उन्हें तब गोली मार दी जब वे कैपिटल जुइश म्यूजियम में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत कर बाहर निकल रहे थे. पूरा स्टाफ उनकी हत्या से दुखी है. इस घटना ने हमें झकझोर दिया है. दूतावास ने जारी बयान में कहा कि कोई भी शब्द हमारे दुख को बयां नहीं कर सकता. हमारी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ है. इस मुश्किल घड़ी में दूतावास उनके परिवार के साथ रहेगा.
We are shocked and horrified this morning by the news of the brutal terrorist attack that claimed the lives of two of our Embassy staff members in Washington — Yaron Lischinsky and Sarah Lynn Milgrim.
May their memory be a blessing.We embrace the grieving families during this… pic.twitter.com/14f2AMvGIF
— Israel Foreign Ministry (@IsraelMFA) May 22, 2025
अमेरिका में इजरायली राजदूत येशिल लेटर ने बताया कि सारा और यारोन जल्द सगाई करने वाले थे. यारोन ने सारो के लिए इसी हफ्ते अंगूठी भी खरीदी थी. वह अगले हफ्ते जेरुशलम में सारा को शादी के लिए प्रपोज करने वाला था. खूबसूरत जोड़ा था.
सारा मिल्ग्रिम इजरायली दूतावास के पब्लिक डिप्लोमेसी डिपार्टमेंट में काम करती थीं. उनके पास अमेरिकन यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल स्टडीज में मास्टर्स डिग्री थी. इसके अलावा यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी ऑफ पीस से नेचुरल रिसोर्सेज एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट की मास्टर डिग्री भी थी.
हमलावर ने घटना को कैसे दिया अंजाम?
वॉशिंगटन पुलिस चीफ पामेला स्मिथ ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि दोनों पीड़ित म्यूजियम में हो रहा कार्यक्रम अटैंड कर बाहर निकल रहे थे कि तभी यह घटना हुई. हमें लगता है कि हमले को एक ही शख्स ने अंजाम दिया, जो अब कस्टडी में है. शूटिंग से पहले इस शख्स को म्यूजियम के बाहर चहलकदमी करते देखा गया था. म्यूजियम से कुछ लोग जैसे ही बाहर निकले. उसने हैंडगन निकालकर दो पर गोली चला दी. वह शूटिंग के बाद म्यूजियम के भीतर गया, जहां सुरक्षाकर्मियों ने उसे डिटेन कर लिया.
बता दें कि हमलावर की पहचान 30 साल के एलियास रॉड्रिगेज के तौर पर की गई है. जो शिकागो का रहने वाला है. वह हमले से पहले म्यूजियम के बाहर चहलकदमी कर रहा था और इस घटना को अंजाम देने के बाद म्यूजियम के भीतर चला गया, जहां सिक्योरिटी ने उसे डिटेन कर लिया. हमलावर को फिलहाल डिटेन कर लिया गया है. उसने कस्टडी में Free Palestine के नारे भी लगाए थे.