उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहां पुलिस ने एक फर्जी पुलिस वाले को गिरफ्तार किया है. ये फर्जी पुलिसवाला गाड़ियों को रोककर चालान के एवज में उनसे पैसे वसूल रहा था. पकड़ा गया आरोपी रायबरेली जिले के सरेनी निवाजीखेड़ा का रहने वाला है और उन्नाव में किराए का कमरा लेकर रहता था.
जानकारी के अनुसार फर्जी पुलिस वाले इस आरोपी का असली नाम शिव बख्श है, लेकिन उन्नाव जिले के बीघापुर कस्बे में करीब डेढ़ महीने से किराए के कमरे में रह रहा था. आरोप है कि पुलिस की वर्दी पहनकर शिव बख्श उर्फ रोहित सिंह गाड़ी चालकों से रुपयों की वसूली करता था. आरोपी के पास से पुलिस लिखी एक गाड़ी के अलावा उत्तर प्रदेश पुलिस का फर्जी आईडी कार्ड और 7300 रुपए नकद भी बरामद हुआ है.
7 लाख 76 हजार रुपये देकर ली थी पुलिस की वर्दी
आरोपी ने बताया कि उसको वर्दी एक व्यक्ति ने दी थी और कहा था कि तुम्हारी पुलिस में नौकरी लगवा देंगे. हालांकि, वर्दी दिलवाकर वह गायब हो गया. नौकरी लगवाने के लिए उसने 7 लाख 76 हजार रुपए उस व्यक्ति को दिए भी दिए थे.
पुलिस ने जब आरोपी से पैसा लेने वाले व्यक्ति का नाम पूछा तो उसने कहा कि वह उसका नाम नहीं जानता है. लेकिन उसकी मुलाकात राम मनोहर लोहिया लखनऊ में मुलाकात हुई थी. आरोपी युवक ने यह भी कहा कि उसके कमरे में वर्दी 12 दिनों से रखी हुई थी. उसने इससे पहले कभी नहीं पहनी थी.
वहीं, इस मामले में एडिशनल एसपी अखिलेश सिंह ने बताया कि बीघापुर के कस्बा क्षेत्र में एक व्यक्ति बीघापुर क्षेत्र में पुलिस की वर्दी पहनकर वाहनों को रोक रहा था. सूचना पर थाना बीघापुर की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया. आरोपी युवक का नाम शिव बख्श है. फिलहाल उसे जेल भेज दिया गया है. आरोपी ने बताया कि उसने इंटर तक की पढ़ाई की है. लगभग डेढ़ से दो महीने से बीघापुर में रह रहा था. इसके पास वर्दी कहां से आई, इसको लेकर जांच की जा रही है.