ब्राजील में एक महिला 68 साल के एक व्यक्ति का शव लेकर बैंक पहुंच गई. वो इस शव के जरिए 2.71 लाख का लोन लेना चाहती थी. एरिका डिसूजा न्यून्स नाम की महिला उस शव को अंकल कह रही थी. पुलिस ने एरिका को गिरफ्तार कर लिया है. घटना ब्राजील की राजधानी रियो डी जनेरियो की है.
दरअसल, मंगलवार (16 अप्रैल) को एरिका व्हीलचेयर पर एक बुजुर्ग को लेकर बैंक पहुंची. बुजुर्ग की हालत ठीक नहीं दिख रही थी, और उनका सिर लगातार कुर्सी पर पीछे की तरफ झुक जा रहा था. महिला बार-बार हाथ से सिर सीधा करने की कोशिश कर रही थी.
इसके बाद एरिका ने बुजुर्ग के हाथ में पेन पकड़ाने की कोशिश की. वो बार-बार उनसे पेपर पर साइन करने के लिए कह रही थी. सिक्योरिटी कैमरा में रिकॉर्ड हुए वीडियो के मुताबिक, एरिका कहती है, “अंकल आप सुन रहे हैं. आपको पेपर पर साइन करने की जरूरत है. नहीं तो हमें लोन नहीं मिल पाएगा. मैं आपकी जगह साइन नहीं कर सकती.”
महिला ने आगे कहा, “अंकल आप दस्तावेज पर साइन कर दीजिए, ताकि हम और परेशान न हों. हम यह और नहीं झेल सकते.”
बुजुर्ग की तरफ से कोई प्रतिक्रिया न होने पर बैंक के अधिकारियों को शक हुआ. वह एरिका से उन्हें वापस ले जाने के लिए कहते हैं.
इस पर एरिका उन्हें बताती है कि उसके अंकल ऐसे ही रहते हैं. वो कुछ बोलते नहीं हैं. एरिका बुजुर्ग की तरफ देखकर कहती है, “अगर आपकी तबियत ठीक नहीं है, तो आपको वापस अस्पताल जाना होगा.” महिला की तमाम कोशिशों के बावजूद बैंक कर्मियों का शक दूर नहीं होता है. इसके बाद वे पुलिस को सूचना देते हैं.
मामले की जांच के बाद बुधवार को पुलिस ने बुजुर्ग को मृत घोषित कर एरिका को गिरफ्तार कर लिया. शव को मुर्दाघर भेजा गया है. पुलिस चीफ फैबियो लुइज-सूजा ने ब्रिटिश अखबार द गार्जियन को बताया कि फोरेंसिक की रिपोर्ट के मुताबिक, बुजुर्ग की कई घंटों पहले ही मौत हो चुकी थी. एरिका यह बात पहले से जानती थी.
पुलिस के मुताबिक, एरिका शव को लेकर बैंक पहुंची, ताकि वहां अधिकारी बुजुर्ग की खराब हालत देकर जल्दी लोन अप्रूव कर दें. हालांकि, एरिका के वकील ने दावा किया है कि बुजुर्ग की मौत बैंक में ही हुई. एरिका को इसकी कोई खबर नहीं थी.
फिलहाल पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या सच में एरिका बुजुर्ग की भतीजी है या नहीं. इसके अलावा उनके परिवार के दूसरे लोगों से भी संपर्क करने की कोशिश की जा रही है.