Winter Breakfast: सुबह का नाश्ता दिनभर के सबसे जरूरी मील में से एक है. यह न केवल हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है, बल्कि पूरे दिन के लिए जरूरी पोषक तत्वों की कमी नहीं होने देता. लेकिन आजकल की व्यस्त जीवनशैली के कारण, कई लोग सुबह का नाश्ता देर से करते हैं या उसे छोड़ देते हैं. यह आदत लंबे समय में स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है.
न्यूट्रिशनिस्ट नमामी अग्रवाल कहती हैं कि सही समय पर नाश्ता न करने से शरीर एनर्जी की कमी महसूस करता है, जिससे थकावट, कमजोरी और कार्यक्षमता में कमी होती है. इसके अलावा, यह मेटाबोलिज्म को धीमा कर देता है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि सुबह का नाश्ता स्किप करने से कौन-कौन सी हेल्थ प्रॉब्लम हो सकती हैं.
मेटाबोलिज़्म धीमा हो जाता है
सुबह उठने के बाद शरीर को एनर्जी की जरूरत होती है. नाश्ता न करने या देर से करने से शरीर को एनर्जी नहीं मिलती, जिससे मेटाबोलिज़्म धीमा हो सकता है. इसके अलावा, कैलोरी बर्न होने की प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है. इसके चलते फैट जमा होने लगता है.
ब्लड शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव
सुबह का नाश्ता देर से करने से ब्लड शुगर लेवल असंतुलित हो सकता है. जब हम देर से नाश्ता करते हैं, तो शरीर लंबे समय तक बिना खाने के रहता है, जिससे ब्लड शुगर घटने लगता है. इसके बाद जब हम अचानक ज्यादा खाने लगते हैं, तो ब्लड शुगर का तेजी से बढ़ सकता है. ब्लड शुगर का बार-बार ऐसे ऊपर-नीचे जाने सेडायबिटीज जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है.
खराब डाइजेशन
अगर आप सुबह का नाश्ता देर से करते हैं, तो दोपहर का खाने में भी देरी हो जाती है. इससे ओवरईटिंग की समस्या हो सकता है. बार-बार खाने से वजन बढ़ने के साथ-साथ पेट में भारीपन और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
हार्मोन में असंतुलन
नाश्ते में देरी करने से शरीर में भूख से संबंधित हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है. अगर लंबे समय तक इसी आदत को फॉलो करेंगे तो हार्मोन असंतुलन का कारण बन सकती है. इससे इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो जाता है.
मानसिक और शारीरिक थकान
सुबह का नाश्ता मानसिक और शारीरिक ऊर्जा का प्रमुख स्रोत होता है. अगर आप नाश्ता देर से करते हैं, तो दिन की शुरुआत में शरीर और मस्तिष्क को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते. इसके कारण मानसिक थकान, चिड़चिड़ापन, ध्यान केंद्रित करने में समस्या और शारीरिक कमजोरी महसूस हो सकती है.