GPM : एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) बिलासपुर ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए रिश्वत मामले में फरार चल रहे राजस्व निरीक्षक घनश्याम भारद्वाज को गिरफ्तार कर लिया है. घनश्याम भारद्वाज ने काफी दिनों तक फरार रहने के बाद आखिरकार 23 अप्रैल को एसीबी कार्यालय में आत्मसमर्पण कर दिया.
यह मामला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले से जुड़ा हुआ है. शिकायतकर्ता रंजीत सिंह राठौर ने एसीबी में दर्ज कराई गई शिकायत में बताया था कि राजस्व निरीक्षक घनश्याम भारद्वाज ने उनके पिता की कृषि भूमि का सीमांकन करने के एवज में 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी.
इस शिकायत के आधार पर एसीबी ने 15 अप्रैल को एक जाल बिछाया और कार्रवाई करते हुए रिश्वत लेने की मध्यस्थता कर रहे राजस्व निरीक्षक संतोष कुमार चंद्रसेन को रंगे हाथों 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। चंद्रसेन घनश्याम भारद्वाज का करीबी सहयोगी बताया जा रहा है और वर्तमान में जेल में बंद है.
जब यह कार्रवाई हुई, उस वक्त मुख्य आरोपी घनश्याम भारद्वाज मौके से फरार हो गया था. उसके फरार होने के बाद एसीबी लगातार दबाव बनाकर उसकी तलाश में लगी हुई थी। अंततः दबाव और कानूनी शिकंजे को देखते हुए भारद्वाज ने आत्मसमर्पण करने का फैसला लिया.
अब एसीबी ने उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.
इस मामले ने जिले में प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है और एसीबी की सक्रियता एक बार फिर चर्चा में आ गई है.