रूस में ब्रिक्स देशों के सम्मेलन से पहले आज शुक्रवार को राष्ट्रपति पुतिन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पश्चिमी देशों पर निशाना साधते हुए कहा कि अब दुनिया की अर्थव्यवस्था को पश्चिमी देश नहीं, बल्कि ब्रिक्स के देश चलाएंगे. पुतिन ने इस कॉन्फ्रेंस में ब्रिक्स देशों के विस्तार पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि ब्रिक्स का दरवाजा सभी देशों के लिए खुला है.
कज़ान शहर में इसी महीने 22-24 अक्टूबर को ब्रिक्स देशों के आर्थिक समूह की बैठक प्रस्तावित है. इस बैठक में भारत, चीन, और यूएई भाग लेंगे. पुतिन ने कहा कि ब्रिक्स देश इस समय दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और पश्चिमी देशों की तुलना में कहीं अधिक तेजी से बढ़ रहा है.
एक करेंसी का वर्चस्व नहीं
JUST IN: 🇷🇺 Russian President Putin on De-dollarization
"We're taking individual steps, one after another. As regards finance, we did not drop the dollar.
The dollar is the universal currency. But it wasn't us — we were banned and barred from [using] it.
And now 95% of all… pic.twitter.com/FRVSOYsOcD
— BRICS News (@BRICSinfo) October 18, 2024
अपने संबोधन में पुतिन ने डॉलर का नाम लिए बिना कहा कि रूस की पहल से अब दुनिया में एक ही करेंसी का वर्चस्व नहीं रहा .आज सभी देश अपनी करेंसी में व्यापार कर रहे हैं. पुतिन ने ब्रिक्स देशों के न्यू डेवलपमेंट बैंक को वैश्विक दक्षिण के लिए एकमात्र बैंक बताया जो विकास के लिए काम कर रहा है.
पुतिन ने कहा कि ब्रिक्स देशों के संस्थान पश्चिमी देशों के संस्थानों के विकल्प के रूप में काम कर रहे हैं और जल्द ही उन्हें पीछे छोड़ देंगे. पुतिन ने रूस के प्रोजेक्ट में निवेश करने की अपील की, जिसमें ई-आर्कटिक समुद्री मार्ग और उत्तर-से-दक्षिण कॉरिडोर शामिल हैं, जो रूस को कैस्पियन सागर और ईरान के माध्यम से खाड़ी और हिंद महासागर से जोड़ता है.
सभी के लिए खुले हैं दरवाजे
पुतिन ने कहा कि ब्रिक्स देशों में शामिल होने के लिए कई देशों ने रुचि दिखाई है, जिसमें इथियोपिया, इजिप्ट, ईरान, और अर्जेंटीना सहित 30 देश शामिल हैं. सभी के लिए दरवाजे खुले हैं, हम किसी को मना नहीं कर रहे हैं. हम सबको लेकर आगे बढ़ने में विश्वास करते हैं. जितने देश ब्रिक्स में शामिल होना चाहते हैं, उनका स्वागत है.