सासाराम में शादी के बाद एक दुल्हन टॉयलेट का बहाना बनाकर भाग गई। मध्य प्रदेश का एक युवक दलाल के जरिए ढाई लाख रुपए देकर रोहतास के तिलौथू की काजल कुमारी (28) से शादी रचाने पहुंचा।
धर्मशाला के एक कमरे में फर्जी पंडित ने शादी करवाई। शादी के बाद दुल्हन टॉयलेट जाने के बहाने फरार हो गई। उसके साथ फर्जी चाचा, बहन और मामा भी ढाई लाख रुपए लेकर भाग गए।
इसके बाद रोता बिलखता दूल्हा नगर थाने में शिकायत करने पहुंचा। पीड़ित युवक की पहचान मुरैना जिले के कैलासर निवासी संजय शिवहरे (40) के रूप में हुई है।
5 दिन पहले मुरैना से सासाराम आया था दूल्हा
दूल्हा संजय शिवहरे ने बताया, ‘मेरे गांव में लड़कियों की कमी है। एक महीने पहले गांव में एक दलाल से मेरी मुलाकात हुई। उसने मेरी शादी करवाने का वादा किया।’
‘इसके लिए उसने लड़की वालों को ढाई लाख रुपए देने की शर्त रखी। उसकी बातों में आकर मैं तैयार हो गया। 5 दिन पहले मैं अपने बड़े भाई के साथ सासाराम आया।’
‘बिक्रमगंज के होटल में बिहार की दलाल पिंकी देवी ने लड़की को दिखलाया। लड़की पसंद आने पर शादी की बात तय हो गई।
‘मंगलवार की रात सासाराम की धर्मशाला के कमरे में फर्जी पंडित ने साड़ी, फुल, मिठाई और 551 रुपए दिलवाए। इसके बाद कमरे में ही हमारी शादी हुई।’
सब भाग गए फर्जी चाची पकड़ी गई
पुलिस को दिए आवेदन में दूल्हे ने बताया ‘इस पूरे मामले में सासाराम के तकिया मोहल्ले में किराए पर रहने वाली पिंकी देवी मुख्य आरोपी है। उसने ही धर्मशाला में शादी कराने के लिए पैसे लिए।’ जिसका हमने वीडियो बना लिया।’
‘शादी के थोड़े देर बाद लड़की टॉयलेट जाने के बहाने कमरे से निकली और भाग गई। धीरे-धीरे करके फर्जी बहन, फर्जी चाचा, फर्जी मामी सब फरार हो गए। लेकिन आखिर में हमने नकली चाची राजो देवी को पकड़ लिया। जिसे हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।’
बहन के मना करने पर भी कराई शादी
दूल्हे के बड़े भाई मोनू राज शिवहरे ने बताया कि ‘छोटे भाई की शादी करने एमपी से सासाराम आए थे। यहां आने के बाद हमें लड़की दिखाई गई। लड़की पसंद आने के बाद मैंने अपनी बहन को फोन किया। उसे जब बताया कि लड़की हमें पसंद आई है और शादी के लिए ढाई लाख की डिमांड की है।’
‘इतने में दीदी ने शादी के लिए मना करते हुए बोला कि दलाल के चक्कर में मत पड़ो। वापस आ जाओ, यहीं शादी करवा देंगे। लेकिन हमने उनकी बात नहीं मानी और पैसे देकर धर्मशाला में शादी करवा दी।’
पुलिस हिरासत में फर्जी चाची
करगहर निवासी राजो देवी ने बताया कि ‘पिंकी देवी से बाजार में खरीदारी के दौरान दोस्ती हुई थी। उसके बोलने पर वो शादी में शामिल होने आई थी। उन्हें भगोड़ी दुल्हन और फर्जी शादी के बारे में जानकारी नहीं थी।’
हालांकि, पीड़ित युवक का कहना है कि ये दुल्हन की चाची बनकर मुझसे मिली थी। शादी होने के बाद मुझे पकड़कर फूट-फूटकर रो रही थी।
सासाराम अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि ‘पैसे लेकर दुल्हन के भागने का मामला आया है। पीड़ित के आवेदन पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।’