शादी के हर फंक्शन में ‘भावशून्य’ दिखी दुल्हन सोनम, सिर्फ कैमरे के कहने पर आई हल्की मुस्कान..

मेघालय में हुए राजा रघुवंशी हत्याकांड ने न केवल इंदौर बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस मामले में मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी की शादी के एल्बम और वीडियो अब जांच का हिस्सा बन गए हैं, जो उनकी मनःस्थिति और साजिश की शुरुआत की ओर ‘इशारा’ करते हैं. शादी के सात फेरों से लेकर विदाई तक सोनम का चेहरा ‘भावशून्य’ रहा और वह सिर्फ कैमरामैन के ‘स्माइल प्लीज’ कहने पर ही मुस्कुराती नजर आई. दावा किया जा रहा है कि सोनम की शादी राजा रघुवंशी से जबरदस्ती कराई गई थी और सगाई के बाद से ही उसने अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रचनी शुरू कर दी थी.

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बीती 11 मई को इंदौर में राजा और सोनम की शादी पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ हुई थी. इससे पहले तमाम रीति रिवाज निभाए गए. शादी के वीडियो और फोटो एल्बम में राजा रघुवंशी जहां खुशी से चहकते और रील बनवाते दिख रहा है, वहीं सोनम का चेहरा ज्यादातर समय भावशून्य और किसी गहरी सोच में डूबा नजर आता है.

सगाई, रोका, हल्दी, सात फेरे और विदाई के दौरान भी वह केवल कैमरामैन के निर्देश पर ही हल्की मुस्कान देती दिखी. वरमाला के समय रिश्तेदारों के साथ फोटो खिंचवाते वक्त ही उसने एक ‘जबरदस्ती की मुस्कान’ बिखेरी.

सगाई के एक वीडियो में सोनम और राजा मजेदार वचन लेते दिखे. जहां राजा 3 वचनों पर उत्साह से ‘हां’ कह देता है, लेकिन सोनम एक भी वचन पर सहमति नहीं जताती. इस दौरान एंकर भी सोनम के जवाब से हैरान रह जाता है और दर्शक हंसी-मजाक के माहौल में तालियां बजाते हैं.

जबरदस्ती शादी का दावा और मां से झगड़ा
राजा के परिवार के बयानों से पता चला कि सोनम ने अपनी मां को सगाई से पहले अपने प्रेमी राज कुशवाह के बारे में बताया था और शादी के लिए मना किया था. उसने अपनी मां को चेतावनी दी थी, “अगर तुमने मेरी शादी कराई, तो देख लेना मैं क्या करूंगी.” हालांकि, परिवार ने सामुदायिक दबाव के चलते उसकी शादी राजा से तय कर दी. राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने बताया कि सोनम की मां ने उमा रघुवंशी (राजा की मां) को बताया था कि उनका परिवार बहुत सख्त है और शादी से पहले लड़के-लड़की के मिलने की इजाजत नहीं देता.

राजा की मां उमा ने बताया कि सगाई के बाद सोनम राजा से ज्यादा बात नहीं करती थी और हमेशा ऑफिस के काम में व्यस्त रहने का बहाना बनाती थी. राजा ने अपनी मां से कहा था कि सोनम उसमें रुचि नहीं लेती. इसके बावजूद, राजा के परिवार को सोनम के व्यवहार पर शक नहीं हुआ, क्योंकि शादी दोनों परिवारों की सहमति से हुई थी.

हत्या की साजिश: सगाई के बाद शुरू हुई प्लानिंग
पुलिस के अनुसार, सगाई के बाद से ही सोनम ने राज कुशवाह के साथ मिलकर राजा को रास्ते से हटाने की योजना बनानी शुरू कर दी थी. राज कुशवाह, जो सोनम के पिता की प्लाईवुड फैक्ट्री में अकाउंटेंट था और उनके पड़ोस में रहता था, सोनम का प्रेमी था. दोनों ने फरवरी 2025 में सोनम के हमेशा के लिए ‘गायब’ होने की योजना बनाई थी, ताकि वह शादी से बच सके. इसमें एक स्कूटी पर किसी का शव जलाकर उसे सोनम का शव बताने या नदी में बह जाने का नाटक करने जैसे विचार शामिल थे.

लेकिन शादी हो गई तो प्लान बदल गया. 15 मई को सोनम और राज ने इंदौर के नंदबाग में एक कैफे में मुलाकात की और हत्या की योजना को अंतिम रूप दिया. 16 मई को दोनों के बीच 6 घंटे की फोन कॉल हुई, जिसमें साजिश के ब्योरे तय किए गए. 17 मई को राज ने अपने तीन दोस्तों आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान और आनंद कुर्मी से इंदौर के सुपर कॉरिडोर में एक कैफे में मुलाकात की और उन्हें हत्या का प्लान समझाया. राज ने उन्हें करीब 50000 रुपये और एक मोबाइल फोन देकर मेघालय भेजा.

हनीमून बना हत्या का जाल
सोनम ने हनीमून के लिए मेघालय को चुना, जबकि राजा के परिवार का दावा है कि उनका बेटा थाईलैंड जाना चाहता था. सोनम ने केवल एक तरफ का टिकट बुक किया, जो उसकी साजिश का हिस्सा था. 20 मई को दोनों मेघालय पहुंचे. 22 मई को तीनों हत्यारे शिलांग पहुंचे और सोनम के निर्देश पर राजा को ट्रैक करते रहे. 23 मई को सोनम ने राजा को सोहरा के वेइसाडोंग फॉल्स के पास ट्रैकिंग के लिए ले गई, जहां उसने ‘मार डालो’ का इशारा देकर हत्यारों को हमला करने का संकेत दिया.
विशाल चौहान ने राजा के सिर पर पहला प्रहार किया, फिर आकाश और आनंद ने भी हमला किया. राजा का शव खाई में फेंक दिया गया. सोनम ने अपना खून से सना रेनकोट आकाश को दिया, जो क्राइम सीन पर छोड़ दिया गया. हत्या के बाद सोनम शिलांग से गुवाहाटी और फिर ट्रेन से इंदौर पहुंची, जहां वह राज कुशवाह के साथ एक किराए के फ्लैट में 10 दिन तक रही.

पुलिस जांच और सबूत
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड, ट्रेन टिकट, और आधार कार्ड की फोटोकॉपी जैसे सबूतों के आधार पर मामले को सुलझाया. सोनम और राज के बीच 16 से 23 मई तक 30 कॉल और लगातार मैसेजिंग की पुष्टि हुई. क्राइम सीन से बरामद खून से सना रेनकोट, डाव (हथियार) और आकाश की खून से सनी शर्ट ने साजिश को पुख्ता किया. सोनम ने 8 जून को गाजीपुर में आत्मसमर्पण किया, जबकि अन्य आरोपी मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किए गए.

परिवार का दर्द और सवाल
राजा की मां उमा ने कहा, ”अगर सोनम को शादी नहीं करनी थी, तो वह भाग सकती थी. मेरे बेटे की हत्या क्यों की?” सोनम के भाई गोविंद ने अपनी बहन से रिश्ता तोड़ लिया और कहा, ”अगर वह दोषी है, तो उसे फांसी मिलनी चाहिए.”

मेघालय पुलिस ने 17 जून को क्राइम सीन रीक्रिएट किया और एक और हथियार बरामद किया. आज, 19 जून को सभी आरोपियों की रिमांड खत्म हो रही है, और पुलिस कुछ और दिनों की रिमांड मांग सकती है, क्योंकि हत्या का मोटिव अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है.

 

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