बंगाल में हिंसा पर गरजे बृजभूषण – राष्ट्रपति शासन ही एकमात्र उपाय

गोंडा: कैसरगंज से पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हो रही हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में हालात बेहद खराब हैं और वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना अब आवश्यक हो गया है. बृजभूषण ने दावा किया कि बंगाल में करीब 8000 गांव ऐसे हैं, जहां से सभी हिंदू पलायन कर चुके हैं.

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए केंद्रीय बलों को भी राज्य सरकार अमल में नहीं ला रही है, ऐसे में वहां पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए राष्ट्रपति शासन ही एकमात्र विकल्प बचता है.

बृजभूषण सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की अब कोई स्पष्ट विचारधारा नहीं बची है और वह क्षेत्रीय पार्टियों के “खिलौना” बनकर रह गए हैं. उन्होंने सवाल किया कि राहुल गांधी पश्चिम बंगाल की हिंसा पर क्या सोचते हैं, और क्या वह राष्ट्रपति शासन के पक्ष में हैं या नहीं.

उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी को नेहरू की विरासत और इंदिरा गांधी का बलिदान याद है, तो उन्हें इस मामले पर अपना स्पष्ट रुख रखना चाहिए.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा इंडिया गठबंधन को 2027 तक कायम रहने की बात पर बृजभूषण सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसमें कोई गलत बात नहीं है. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव अभी कांग्रेस के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं और आगे भी ऐसा ही करने की संभावना है. हालांकि, उन्होंने जोड़ा कि 2027 में कौन सरकार बनाएगा, यह तो वक्त ही बताएगा.

बृजभूषण सिंह के इन बयानों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और बंगाल की स्थिति को लेकर केंद्र बनाम राज्य सरकार की बहस को और तेज कर दिया है.

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