लेबर पार्टी में नेता रहे जेरेमी कॉर्बिन ने चार अन्य निर्दलीय सांसदों के साथ मिलकर हाउस ऑफ कॉमन्स में संयुक्त रूप से पांचवां सबसे बड़ा समूह बना लिया है. ग्रीन पार्टी से संख्या में आगे निकलने और रिफॉर्म यूके सांसदों की संख्या से मेल खाने वाले इस नए स्वतंत्र गठबंधन ने अधिक सदस्यों को शामिल करने की कोशिश की है. कॉर्बिन के सात सहयोगियों को संसदीय लेबर पार्टी से निलंबित कर दिया गया.
जुलाई के चुनाव में समूह के सभी पांचों सदस्यों ने मुस्लिम आबादी वाले निर्वाचन क्षेत्रों में फिलिस्तीन समर्थक रुख अपनाकर लेबर पार्टी के उम्मीदवारों को हराया था. इंडिपेंडेंट अलायंस का कहना है कि वे अपने नए मंच का उपयोग चुनाव प्रचार के लिए करेंगे. ये संगठन इजरायल को हथियार बेचने के खिलाफ हैं.
जानकारी के मुताबिक, पूर्व लेबर पार्टी नेता जेरेमी कॉर्बिन ने सोमवार को एक नए “स्वतंत्र गठबंधन” के गठन का ऐलान किया है. यह गठबंधन फिलिस्तीन समर्थक रुख के साथ है. इस गठबंधन में चार नए चुने गए ब्रिटिश मुस्लिम सांसद शामिल हैं. इनमें भारतीय मूल के शौकत आदम और इकबाल मोहम्मद, और पाकिस्तानी मूल के अयूब खान और अदनान हुसैन शामिल हैं.
इस गठबंधन 4 जुलाई को हुए आम चुनाव में एक मजबूत एंटी-इज़रायल (इज़रायल विरोधी) मंच पर चुनाव लड़ा था. अब, ये सांसद एक आधिकारिक संसदीय समूह के रूप में हाउस ऑफ कॉमन्स (ब्रिटेन की संसद) की बहसों और समितियों में भाग लेने की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि उन्हें संसद में बेहतर प्रतिनिधित्व मिल सके.
“हम अपने मतदाताओं द्वारा एक निराशाजनक संसद में आशा की किरण बनने के लिए चुने गए थे,” नए गठबंधन ने अपने बयान में कहा. उन्होंने सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार ने 10 मिलियन पेंशनरों के विंटर फ्यूल भत्ते को खत्म कर दिया है, दो बच्चों के लिए मिलने वाले भत्ते पर रोक लगाई है और इज़राइल को हथियारों की बिक्री रोकने के आह्वान को नजरअंदाज किया है.
कॉर्बिन, ने लेबर पार्टी से निष्कासित होने के बाद लंदन के इस्लिंगटन नॉर्थ क्षेत्र से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था और लेबर पार्टी के उम्मीदवार प्रफुल्ल नरगुंड को हराया था. शौकत आदम ने लीसेस्टर साउथ में लेबर के जोनाथन ऐशवर्थ को हराया, जबकि इकबाल मोहम्मद ने ड्यूज़बरी और बैटले में 40 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल किए. अयूब खान बर्मिंघम पेरी बार के लिए और अदनान हुसैन उत्तरी इंग्लैंड के ब्लैकबर्न के लिए सांसद चुने गए.
इन पांचों सांसदों को गाजा संघर्ष पर अपनी स्पष्ट स्थिति और इज़रायल को हथियारों की बिक्री रोकने की मांग ने एकजुट किया है. अब यह समूह उम्मीद कर रहा है कि प्रधानमंत्री के प्रश्न (PMQs) और अन्य बहसों में उन्हें संसद में बेहतर प्रतिनिधित्व मिलेगा.