पंजाब मूल के ब्रिटिश सिख सोल्जर जगजीत सिंह के खिलाफ पंजाब पुलिस ने UAPA के तहत मामला दर्ज किया है. जगजीत सिंह तरनतारन जिले का रहने वाला है और 2010 में ब्रिटेन चला गया था. गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर हुए अटैक के मामले में जगजीत सिंह पर दो FIR दर्ज की गई है. पिछले साल दिसंबर में दोनों FIR दर्ज हुई है. एक FIR 19 दिसंबर को और दूसरी 21 दिसंबर को दर्ज की गई है.
सीनियर अधिकारी ने बताया, ब्रिटिश सिख सोल्जर जगजीत सिंह के खिलाफ गुरदासपुर में पुलिस चौकी में ग्रेनेड से अटैक करने के मामले में कनेक्शन के चलते दो एफआईआर दर्ज की गई है. फिलहाल, जगजीत सिंह ब्रिटिश सेना में सेवाएं दे रहा है.
कौन है जगजीत सिंह?
पंजाब पुलिस के डोजियर (Dossier) के अनुसार, जगजीत पाकिस्तान खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के प्रमुख रणजीत सिंह नीता का सहयोगी है और KZF के तहत एक स्व-घोषित “निगरानी यूनिट” का सदस्य है. जगजीत की उम्र 37 साल है. जगजीत का नाम कलानौर पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 109 और 324(4) और विस्फोटक अधिनियम की धारा 4(5) के तहत दर्ज किया गया है. जगजीत को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धारा 13, 16 और 40 के तहत मामले में नामित किया गया है.
किस मामले में दर्ज किया गया केस ?
18 दिसंबर को गुरदासपुर जिले के बख्शीवाला पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंका गया था, जबकि 20 दिसंबर को कलानौर पुलिस स्टेशन के तहत वडाला बांगर पुलिस चौकी को निशाना बनाया गया था. इसी केस में जगजीत पर एफआईआर दर्ज की गई है.
जगजीत के तीन साथियों को 23 दिसंबर को उत्तर प्रदेश और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने पीलीभीत में एक मुठभेड़ में मार गिराया था. पंजाब पुलिस का दावा है कि जगजीत उन तीन युवकों का “मुख्य संचालक” था, जिन्होंने 18 दिसंबर में बख्शीवाला पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंका था.
पुलिस के डोजियर में यह जानकारी भी दी गई है कि जगजीत 2010 में छात्र वीजा पर यूके गया था और अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, वह कथित तौर पर 2013 में एक सैनिक के रूप में ब्रिटिश सेना में शामिल हो गया था. जगजीत के दादा, पिता और भाई सहित उनके कई रिश्तेदार भारतीय सेना में थे.
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि यूके जाने के बाद, जगजीत ने प्रतिबंधित आतंकवादी समूहों, जैसे बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) और खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के साथ संबंध बनाए. उसने अकालजोत खालिस्तान फोर्स (एकेएफ) नामक एक कट्टरपंथी समूह का गठन किया था और अपने समूह में नए सदस्यों को शामिल करके पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों को फिर से जीवित करने की कोशिश कर रहा था. पंजाब पुलिस के मुताबिक जगजीत के यूके बीकेआई आतंकी परमजीत सिंह पम्मा से भी अच्छे संबंध हैं.