अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में तैनाती के लिए सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों की एक टुकड़ी को त्रिपुरा के उदयपुर से जम्मू भेजा जाना था. BSF ने रेलवे से जवानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ट्रेन में AC-2 टियर के 2 कोच, AC-3 टियर के 2 कोच, 16 स्लीपर कोच और 4 जनरल/SLR कोच की मांग की थी. लेकिन जो ट्रेन जवानों के लिए मुहैया कराई गई, उसकी हालत बेहद खराब थी. इस मामले में 4 लोगों को निलंबित किया गया है.
जर्जर ट्रेन का वीडियो भी सामने आया है. इसमें साफ दिखाई दे रहा है कि ट्रेन की खिड़कियां टूटी हुई थीं, दरवाजे जाम थे, टॉयलेट्स काफी गंदे थे. सीटें उखड़ी हुई थीं, इसके चलते सीट की लोहे की रॉड भी दिखाई दे रही हैं.
रेलवे ने BSF की शिकायत के बाद तुरंत बदली ट्रेन
बीएसएफ सूत्रों के अनुसार जब ट्रेन की खराब हालत को लेकर रेलवे से संपर्क किया गया, तो रेलवे ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ट्रेन बदल दी. अब नई ट्रेन के जरिए बीएसएफ के जवान अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर त्रिपुरा के उदयपुर से रवाना हो चुके हैं.
BSF ने जारी किया स्पष्टीकरण
इस घटना के बीच BSF का स्पष्टीकरण भी सामने आया है, इसमें कहा गया है कि जवानों ने किसी प्रकार का विरोध या हंगामा नहीं किया था. जब भी बीएसएफ की टुकड़ी का मूवमेंट होता है, तो बीएसएफ के अधिकारियों द्वारा ट्रेन का मुआयना किया जाता है, इसके बाद ही सभी जवान एक जगह से दूसरी जगह मूवमेंट करते हैं. इस बार भी जो ट्रेन रेलवे की ओर से मुहैया कराई गई थी, उसकी हालत को लेकर के बीएसएफ ने मुद्दा उठाया, उसके बाद रेल मंत्रालय की तरफ से ट्रेन को बदल दिया गया.