VIDEO शूट करने पर की थी साले की हत्या:सहारन का हत्याकांड बना पहेली; भाई-बहन दोनों को लगी गोली, पुलिस बोली- दो फायर, एक गोली मिली

ग्वालियर के भितरवार स्थित सहारन गांव में एक महीने बाद जब विक्रमजीत सिंह की पत्नी दलजीत मायके से ससुराल लौटी तो पति आग बबूला हो गया। अपशब्द कहने लगा। इस हरकत का साले ने अपने मोबाइल में वीडियो शूट करना शुरू किया तो विक्रमजीत ने मना करते हुए उसे गोली मार दी। इस हत्याकांड में साला और पत्नी दोनों को गोली लगी है। मृतक के परिजन और कुछ पुलिस अफसर दो गोली चलने की बात कह रहे हैं, लेकिन घटना स्थल से सिर्फ एक गोली मिली है।

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अब यह एक गोली पुलिस के लिए पहेली बन गई है। पुलिस भी कहने लगी है एक ही गोली से साले की हत्या और पत्नी घायल हुई है। घटना के समय साले का मोबाइल ऑन था। उसके मोबाइल का आखिरी VIDEO पूरी कहानी सब कुछ बयां कर रहा है। वीडियो में आरोपी विक्रमजीत साफ कह रहा है वीडियो नहीं बना, यह सहारन है। इसके बाद गोली की आवाज आती है पत्नी जमीन पर गिरती है पीछे से उसका भाई भी गिर पड़ता है।

साला वीडियो बनाने लगा तो गोली चला दी ग्वालियर के भितरवार में रहने वाले मंजीत सिंह ने चार साल पहले अपनी बेटी दलजीत कौर की शादी सहारन गांव निवासी विक्रमजीत उर्फ विक्की संधू से की थी। शादी के बाद से पति-पत्नी के बीच लगातार विवाद हो रहे थे। कुछ दिन पहले दलजीत अपने मायके में रहने आ गई थी।

गुरुवार रात को दलजीत कौर अपने भाई ओंकार के साथ अपने ससुराल पहुंची। जहां पति-पत्नी के बीच फिर विवाद शुरू हो गया। जिसका वीडियो साला ओंकार बनाने लगा। देखते ही देखते विवाद इतना बड़ा की विक्रमजीत ने गोली चला दी।

मंजीत सिंह का कहना है कि विक्रमजीत सिंह ने दो गोलियां चलाई हैं। पहली गोली बेटी को मारी फिर बेटे ओंकार को निशाना बनाकर गोली मार दी। जबड़े में गोली लगने से दलजीत गंभीर रूप से घायल है, जबकि साले ओंकार की मौत हो गई है।

दलजीत और ओंकार को परिजन पुलिस की निगरानी में ग्वालियर के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां ओंकार को मृत घोषित कर दिया, जबकि घायल दलजीत का इलाज किया जा रहा है। घटना का पता चलते ही पुलिस फोर्स गांव में पहुंचा, लेकिन तब तक आरोपी पक्ष घर में ताला डालकर भाग चुका था।

चार साल पहले हुई थी लव मैरिज, अब इतनी नफरत चौंकाने वाली बात यह है कि विक्रमजीत सिंह और दलजीत सिंह ने 4 साल पहले लव मैरिज की थी। दलजीत भितरवार शहर में रहती है, जबकि विक्रमजीत सिंह सिर्फ तीन किलोमीटर दूर सहारन गांव का रहने वाला है। उसका दलजीत के घर आना-जाना था। ऐसे में उसे दलजीत पसंद आ गई। उसे भी विक्रमजीत पसंद था। दोनों में प्यार हुआ और छह महीने के प्यार को उन्होंने प्रेम विवाह में बदल लिया।

हालांकि, शादी दोनों परिवार की सहमति से हुई थी लेकिन अचानक शादी के कुछ दिन के बाद से दोनों में विवाद होने लगे। विक्रमजीत सिंह को पत्नी का फोन पर बात करना या अन्य बातें पसंद नहीं थीं, तो दलजीत को उसका ड्रिंक करना पसंद नहीं था। हर दिन होने वाली यह अनबन नफरत में बदलती चली गई।

कुछ दिन पहले पंचायत में साथ ले जाने की बनी थी सहमति कुछ महीनों से विक्रमजीत और दलजीत में इतना विवाद बढ़ गया था कि विक्रम उसे रखने को तैयार नहीं था। जिस पर अभी लगभग 20 से 25 दिन पहले समाज और रिश्तेदारों ने मिलकर एक पंचायत बैठाई थी। पंचायत में सभी के हस्तक्षेप के बाद सहमति बनी थी कि विक्रमजीत अपनी पत्नी को वापस लेकर जाएगा और पत्नी उसकी बात मानेगी और अच्छे से रहेगी।

उसके बाद विक्रम उसे नहीं ले गया, लेकिन उसी फैसले पर दलजीत कौर को उसका इकलौता भाई ओंकार सिंह उसके ससुराल छोड़ने के लिए अपनी कार से गुरुवार रात को सहारन गांव पहुंचा था। जहां ओंकार की उसके ही जीजा ने हत्या कर दी।

लाइसेंसी बंदूक से किया फायर, एक ही गोली चली

 

पड़ताल में पता लगा है कि हत्या आरोपी जीजा विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की के पास लाइसेंसी बंदूक है। जब गुरुवार रात को साला ओंकार अपनी बहन दलजीत को छोड़ने आया तो विक्रम का पत्नी से विवाद हुआ। कहासुनी हो रही थी, तभी साले ओंकार ने मोबाइल निकाल कर वीडियो शूट करना शुरू कर दिया।

 

विक्रम ने चेतावनी दी “सहारन परिवार है, यहां VIDEO मत बना’ साले ने अनसुना कर दिया उसने फिर चेतावनी दी वीडियो बंद कर नहीं तो मैं ठोक देना। इस बीच VIDEO में दलजीत की आवाज आ रही ओंकार जा रहन दे। इसी बीच गोली चलती है। पहले दलजीत जमीन पर गिरती है और फिर वीडियो बना रहा ओंकार ढेर हो जाता है। VIDEO के आधार पर एक ही गोली दलजीत के जबड़े को लगते हुए ओंकार के सीने में जा धंसी।

घर पर ताला लगाकर भागा परिवार हत्याकांड के बाद आरोपी विक्रमजीत सिंह, उसके दादा-दादी घर पर ताला लगाकर चले गए हैं। पुलिस घटना के बाद पहुंची तो वहां ताला लगा मिला। आसपास रहने वालों ने बताया कि घटना के तत्काल बाद सभी वहां से भाग गए हैं। भागते समय विक्रमजीत के हाथ में बंदूक थी। पुलिस ने हत्या आरोपी विक्रमजीत सिंह की तलाश में कई जगह दबिश दी है, लेकिन वह हाथ नहीं आया है।

एएसपी निरंजन शर्मा ने बताया-

काफी समय से पति-पत्नी में विवाद चल रहा था। कुछ दिन पहले समाज के लोग बैठे थे जिसमें पंचायत भी हुई थी। जब विक्रम की पत्नी दलजीत को उसका साला लेकर ससुराल आया तो विवाद हुआ। जिस पर विक्रमजीत ने गोली चलाई है। गोली लगने से साले की मौत हो गई है और पत्नी गंभीर घायल है।

थाना प्रभारी बोले- अभी कह नहीं सकते कितनी गोली चलीं इस मामले में भितरवार थाना प्रभारी हितेंद्र सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया कि अभी गोली कितनी चली है? इसको लेकर उलझन है।

कोई दो कह रहा है, जबकि एक चली हुई गोली मिली है। जांच की जा रही है, क्योंकि जिसने हत्या की, वह फरार है। ओंकार सिंह की मौत हो चुकी है, जबकि दलजीत के मुंह में गोली लगी है तो वह बोल नहीं पा रही। आरोपी हाथ आए या घायल महिला बोले तो स्थिति साफ होगी।

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