धार जिले में एक युवक ने अपने छोटे भाई को हनी ट्रैप में फंसवाया, फिर ढाई लाख रुपए की सुपारी देकर हत्या करवा दी। शव नर्मदा नदी में फेंक दिया। पुलिस को शव मिला तो लावारिस मानकर दफना दिया। लेकिन पत्नी ने एक फोटो में उसकी अंगूठी देखकर पहचान की तो शव कब्र से निकालना पड़ा। मामला मनावर के देवरा गांव का है। हत्या की वजह जमीन विवाद बताई जा रही है। पुलिस ने बड़े भाई, भाभी समेत 9 लोगों को आरोपी बनाया है। इनमें से 3 आरोपी अभी फरार हैं।
जानकारी के अनुसार गलसिंह मंडलोई (32) 20 अप्रैल की शाम से लापता था। परिजनों ने 22 अप्रैल को गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 23 अप्रैल को नर्मदा नदी में लाश दिखने पर निसरपुर पुलिस ने मालवाड़ा घाट से एसडीआरएफ की मदद से शव को बाहर निकाला। पहचान न होने के कारण तीन दिन बाद दफनाया दिया गया था।
रिश्तेदारों से जानकारी लगने पर परिजन 26 अप्रैल निसरपुर थाने पहुंचे। शव के फोटो में दाहिने हाथ पर बने G/M टैटू और बाएं हाथ में पहनी चांदी की अंगूठी से ने पहचान की। इसके बाद बुधवार रात जेसीबी से जमीन से शव को निकालकर परिजनों को सौंपा गया। वहीं रात 2 बजे देवरा में अंतिम संस्कार किया गया।
सीएम हेल्पलाइन में की थी शिकायत इसके पहले पत्नी संगीता ने हत्या का आरोप लगाते हुए सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई थी। परिजन की शिकायत के बाद मनावर पुलिस हरकत में आई और छानबीन की। पुलिस जांच में सामने आया कि जमीनी विवाद में बड़े भाई ने ढाई लाख रुपए की सुपारी देकर छोटे भाई की हत्या करवाई थी।
ये था दोनों भाइयों में विवाद मनावर पुलिस को ग्राम देवरा के ग्रामीणों ने बताया कि बड़े भाई छोटू सिंह मंडलोई के घर और इसके पीछे की डेढ़ बीघा जमीन को गलसिंह ने अपने नाम करवा लिया था। इसे लेकर दोनों भाइयों के बीच एक साल से विवाद चल रहा था।
पहले भाई को हनी ट्रैप में फंसाया आरोपी बड़े भाई छोटू ने अपनी पत्नी रेखाबाई और परिचित महेन्द्र की पत्नी सपना के साथ मिलकर मर्डर की प्लानिंग की। सपना ने गलसिंह को हनी ट्रैप में फंसाया। 20 अप्रैल को गलसिंह अपने मामा के घर मनावर आया था। सपना ने उसे अपने घर बुलाया और शराब पिलाई। इसके बाद रात करीब 10.30 बजे गलसिंह को लेकर सिंघाना रोड खाटूश्याम मंदिर के पास घूमने चली गई।
पहले मारपीट की, फिर गले में गमछा बांधा सपना का पति महेन्द्र, छोटू, उसकी पत्नी रेखा और सुपारी देकर बुलाए अन्य आरोपी खाटूश्याम मंदिर के पास पहुंच गए। यहां गलसिंह के साथ मारपीट की और उसके गले में गमछा बांधकर हत्या कर दी। शव को वैन में डाला और पुलिया से नदी में फेंक दिया। आरोपी छोटू ने सभी आरोपियों को दो लाख पचास हजार रुपए दिए थे।
इनको बनाया पुलिस ने आरोपी पुलिस ने हत्या के मामले में 9 लोगों को आरोपी बनाया है। इसमें बड़ा भाई छोटू मंडलोई निवासी देवरा, महेन्द्र जर्मन निवासी सनमोड, कपिल उर्फ भुरु शिंदे निवासी मनावर, करण कृष्णा वचाने, रोहित सोलंकी, रोहित लोडगिया और फरार आरोपीगण मोटलिया, रेखाबाई पति छोटू मंडलोई, सपना मनावर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
फरार आरोपियों के डर से घर छोड़कर गया परिवार मृतक गलसिंह मंडलोई के दो बेटे और एक बेटी है। इस मामले के तीन फरार आरोपियों के डर से पत्नी संगीताबाई मंडलोई घर छोड़कर अपनी माता-पिता के घर चल गई है।