बागपत के निवाड़ा गांव में हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसे देख कर हर कोई हैरान है. जमात में गए एक किशोर के साथ दो किशोरों ने पहले कोल्डड्रिंक में नशीली गालियां मिलाकर पिला दी और बेहोश होने पर आरोपियों ने किशोर के साथ कुकर्म की वारदात को अंजाम दिया.
आरोपियों ने मुकदमा दर्ज कराने पर पीड़ित को जान से मारने की धमकी दी, लेकिन पीड़ित के परिजनों ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है. मस्जिद जैसे धार्मिक स्थल पर शर्मशार कर देने वाली इस घटना की शुरूआत पिछले महीने 21 जुलाई को उस समय शुरू हुई जब बागपत कोतवाली क्षेत्र के निवाड़ा गांव के रहने वाला एक किशोर गांव की ही आयशा मस्जिद से तीन दिन की तकिया वाली मस्जिद में इस्लामिक जमात में गया था.
यह मस्जिद भी गांव में ही स्थित है, जमात में इसी गांव के दो किशोर भी गए हुए थे. पीड़ित किशोर के पिता ने बताया कि गांव के दोनों किशोरों ने उसके बेटे को बहला फुसलाकर रात के समय कोल्डड्रिंक में नशीली गोलियां पिला दीं. जिसके बाद वह बेहोशी की हालत में हो गया.
पीड़ित ने दी जानकारी
दोनों आरोपियों ने उसके बेटे के साथ कुकर्म किया, इस घटना के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई. उसके दूसरे बेटे ने इस घटना की जानकारी घर पर आकर उन्हें दी, जिसके बाद वह मस्जिद में पहुंचे और अपने पीड़ित बेटे को घर पर लेकर आ गए. होश आने पर उसके बेटे ने पूरी घटना की जानकारी उन्हें दी. इस घटना का मुकदमा दोनों आरोपी किशोरों के खिलाफ कोतवाली बागपत में दर्ज कराया गया है
पीड़ित किशोर ने बताया कि वह, गांव के ही दो किशोरों के साथ आईसा वाली मस्जिद से तकिया वाली मस्जिद में तीन दिन की जमात में गया था. रात नौ बजे दोनों कोल्डड्रिंक लेकर आए और नशीली गोलियां मिलाकर उसे पिला दिया. वह नशे की हालत में हो गया, एक ने उसका मुंह दबा लिया और मस्जिद के अंदर ले जाकर गलत काम किया.
इसके बाद उसकी तबीयत खराब हो गई थी, इस घटना की जानकारी उसने अपने घर पर दी. आरोपियों ने उस पर इस बात के लिए दबाव डाला कि वह कुकर्म वाली घटना को किसी को न बताए. यदि मुकदमा दर्ज कराया तो उसके साथ मारपीट करेंगे.
पीड़ित के पिता बोले- तीन दिन की जमात में गया था
पीड़ित किशोर के पिता का कहना है कि उसका बेटा तीन दिन की जमात में गया था. गांव के दो किशोर भी जमात में गए हुए थे. मस्जिद में रात को उसके बेटे को नींद की गोली देकर उसे नशे में कर दिया और कुकर्म कर दिया. इस घटना की उन्हें जानकारी हुई तो उन्होंने मस्जिद में जाकर जिम्मेदार लोगों से बातचीत कर विरोध जताया.