हिमाचल प्रदेश के शिमला से चौंकाने और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां चंडीगढ़ के प्रतिष्ठित पीजीआई (पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च) से जुड़े एक डॉक्टर ने अपनी 10 साल की गोद ली बेटी को बेरहमी से पीटा. यह घटना 14 जून को शिमला स्थित घर की है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. अब इस मामले को बाल आयोग ने संज्ञान लिया है.
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि डॉक्टर बच्ची को डंडे से बुरी तरह मार रहा है. बच्ची कमरे में इधर-उधर भागती है, रोती है और खुद को बचाने की कोशिश करती है, लेकिन आरोपी डॉक्टर पीटना जारी रखता है. वीडियो में एक महिला भी घटनास्थल पर मौजूद दिखाई देती है, वहीं एक अन्य व्यक्ति बीच-बचाव करने की कोशिश करता है, लेकिन डॉक्टर नहीं रुकता. यह वीडियो पड़ोसी ने चुपके से रिकॉर्ड कर लिया और चाइल्ड हेल्पलाइन को सौंपकर इस पूरे मामले की शिकायत की.
दरअसल, आरोपी दंपति ने बच्ची को सात साल पहले गोद लिया था, जब वह सिर्फ तीन साल की थी. वर्तमान में यह परिवार चंडीगढ़ के सेक्टर-15 में रहता है, लेकिन मूल रूप से शिमला का रहने वाला है. घटना उस समय की है, जब पूरा परिवार शिमला में अपने किसी रिश्तेदार के यहां ठहरा हुआ था.
इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए चंडीगढ़ चाइल्ड राइट्स प्रोटेक्शन कमीशन (CCPCR) ने चंडीगढ़ के एसएसपी और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) से सात दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. बाल आयोग की अध्यक्ष शिप्रा बंसल ने बात करते हुए कहा कि इस घटना को बेहद गंभीरता से लिया है. संबंधित विभागों और अधिकृत अधिकारियों से तत्काल रिपोर्ट मांगी गई है. रिपोर्ट मिलने के बाद तथ्यों की समीक्षा कर सख्त कार्रवाई की जाएगी. लोग सोशल मीडिया पर आरोपी डॉक्टर पर कार्रवाई और बच्ची की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. फिलहाल, इस मामले की जांच की जा रही है.