गंजाम (ओडिशा): ओडिशा के गंजाम जिले से एक बेहद अमानवीय और शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां दो दलित युवकों के साथ गांव के लोगों ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। गाय तस्कर होने के शक में इन युवकों को न केवल बेरहमी से पीटा गया, बल्कि उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से भी प्रताड़ित किया गया।घटना धराकोट ब्लॉक के सिंगीपुर गांव के रहने वाले बुलु नायक और बाबुला नायक के साथ हुई। दोनों युवक हरिपुर गांव से अपनी बेटी की शादी के लिए तीन गाय खरीद कर वापस लौट रहे थे। लेकिन खारीगुम्मा गांव के कुछ ग्रामीणों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और पशु तस्कर होने का आरोप लगाकर उनसे पैसे की मांग की। जब उन्होंने पैसे देने से इनकार किया, तो गांव वालों ने उन पर हमला कर दिया।
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युवकों की बेरहमी से पिटाई की गई
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उन्हें जबरन सैलून ले जाकर आधा सिर मुंडवा दिया गया
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2 किलोमीटर तक घुटनों के बल चलने पर मजबूर किया गया
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घास खिलाई गई और सीवेज (नाले) का पानी पिलाया गया
बबुला और बुलु ने धराकोट थाना में मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई है। दोनों को चोटें आने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार, 7-8 लोग इस घटना में शामिल थे, जिनमें से एक आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है।थाना प्रभारी ने बताया कि यह एक गंभीर और शर्मनाक घटना है, और सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि जातिगत और सामाजिक भेदभाव आज भी ग्रामीण भारत में किस हद तक मौजूद है। बिना किसी जांच के “तस्कर” का ठप्पा लगाकर इस तरह की क्रूरता, समाज की सोच पर गंभीर सवाल खड़े करती है।