छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के सोनहत तहसील स्थित रामगढ़ में मोबाइल नेटवर्क की समस्या गंभीर बनी हुई है। यहां BSNL का टावर पिछले एक साल से बंद पड़ा है। चार साल पहले क्षेत्र में कई टावर लगाए गए थे। इनमें से एक टावर रामगढ़ में चालू किया गया था, जो अब बंद है। बाकी टावर अभी तक चालू ही नहीं किए गए।
ग्रामीणों ने इस समस्या के समाधान के लिए कई बार कलेक्टर और BSNL कार्यालय में निवेदन किया। लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इस वजह से क्षेत्र के लोगों में नाराजगी है। वर्तमान में ग्रामीण लकड़ी के टावर का सहारा लेकर मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं।
टावर लगवाने का किया वादा पूरा नहीं
स्थानीय विधायक रेणुका सिंह ने चुनाव के दौरान टावर लगवाने और चालू करवाने का वादा किया था। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। डिजिटल भारत के इस युग में भी ग्रामीणों को नेटवर्क की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
सुशासन तिहार का बहिष्कार की चेतावनी
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे 25 मई को रामगढ़ में होने वाले सुशासन तिहार का बहिष्कार करेंगे। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, सांसद और विधायक को भी पत्र भेजा है।
5 हजार की आबादी परेशान
सोनहत विकासखंड के अंतर्गत रामगढ़ क्षेत्र आता है। इस पूरे क्षेत्र में नेटवर्क नहीं है। यहां के सिंघोर, अमृतपुर, सेमरिया, सुकतरा, उधैनी, उज्ञाव जैसे इलाको में मोबाईल नेटवर्क व इंटरनेट कनेक्टिविटी न होने के कारण यहां की लगभग 5 हजार आबादी परेशान है।
डिजिटल लेनदेन भी नहीं होता
ग्रामीणों को आधार कार्ड, पैन कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र व अन्य सरकारी दस्तावेज बनवाने के लिए 40 किलोमीटर दूर सोनहत विकासखंड मुख्यालय का रुख करना पड़ता है। वही पूरे इलाके में डिजिटल लेनदेन न होने के कारण बाहर से यहां आने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।