सुल्तानपुर : बसपा प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने गुरुवार को जयसिंहपुर के गौरा गांव में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में समाजवादी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि भाजपा से मिलकर काम करने वाली पार्टी बसपा नहीं, बल्कि सपा है. विश्वनाथ पाल ने लोकसभा की एक वायरल फोटो का जिक्र किया.
उन्होंने बताया कि इस फोटो में सपा सांसद राम गोपाल यादव और अमित शाह की मुलाकात दिखाई गई है. राम गोपाल जी जेब से एक चिट्ठी निकाल रहे थे, जिसे अमित शाह ध्यान से देख रहे थे. जब चिट्ठी के बारे में पूछा गया तो राम गोपाल ने कहा कि यह कोड भाषा में है. बसपा नेता ने गठबंधन को लेकर भी सपा पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि मायावती ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की। इस पर राम गोपाल यादव ने कहा था कि अगर बसपा गठबंधन में आई तो वे गठबंधन से बाहर हो जाएंगे. अखिलेश यादव ने सिर्फ बसपा की ही गारंटी मांगी, जबकि नीतीश कुमार या जयंत चौधरी की गारंटी नहीं मांगी. विश्वनाथ पाल ने सपा पर दलित विरोधी होने का भी आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि बहन मायावती ने भदोही का नाम भीम नगर रखा था, जिसे सपा ने बदलकर चंबल कर दिया. इसी तरह कांशीराम नगर का नाम बदलकर कासगंज कर दिया गया. उन्होंने स्पष्ट किया कि बसपा ने कभी भाजपा की सरकार नहीं बनाई, बल्कि मायावती ने एक वोट से भाजपा के प्रधानमंत्री की कुर्सी गिराने का काम किया था.