हाथरस : चर्चित बूलगढ़ी कांड को लेकर राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश महासचिव निशांत चौहान राष्ट्रवादी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में न्यायालय द्वारा रामू, रवि और लवकुश को निर्दोष करार देकर बरी कर दिया गया था. लेकिन सरकार द्वारा अब भी पीड़ित पक्ष को मुआवजा और आवास दिया जा रहा है, जबकि तीन वर्षों तक जेल में रहने वाले निर्दोष युवाओं के लिए कोई राहत नहीं दी गई.
निशांत चौहान ने कहा कि इस मामले में निर्दोष युवाओं को मीडिया और कुछ राजनीतिक दलों द्वारा बदनाम किया गया, जिससे उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को गहरी ठेस पहुंची. उन्होंने आरोप लगाया कि सपा, बसपा और कांग्रेस ने अदालत के फैसले को चुनौती देते हुए निर्दोष युवाओं को बलात्कारी और अत्याचारी तक कहा, जिससे उनकी छवि धूमिल हुई.
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि जेल में बिताए गए तीन वर्षों के नुकसान की भरपाई के लिए रामू, रवि और लवकुश को सरकारी नौकरी, 25-25 लाख रुपये का मुआवजा और एक-एक सरकारी आवास दिया जाए.
निशांत चौहान ने कहा कि करणी सेना इन निर्दोष युवाओं के सम्मान और अधिकार की लड़ाई जारी रखेगी. उन्होंने सरकार से निष्पक्ष नीति अपनाने की अपील करते हुए कहा कि यदि पीड़ित पक्ष को मुआवजा दिया जा सकता है, तो निर्दोष साबित हुए युवाओं को भी न्याय मिलना चाहिए.