शोभायात्रा पर सांड-अटैक, संभलने का मौका तक नहीं मिला, VIDEO:10 लोग हुए थे घायल, किसी के दांत टूटे, किसी का सिर फटा

जालोर में कल शुक्रवार को अभयदास महाराज की विदाई शोभायात्रा पर सांड अटैक का वीडियो सामने आया है। इसमें सांड तेजी से भीड़ के बीच घुसता नजर आ रहा है। लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। किसी के दांत टूट गए और किसी के सिर में चोट आई। इसमें 10 लोग घायल हुए थे।

जालोर में कथावाचक अभयदास महाराज ने 9 दिन कथा करने के बाद शुक्रवार को विदाई ली। शोभायात्रा निकली। लोग 5 किमी तक पैदल चले। इस दौरान एक सांड शोभायात्रा में घुस गया। सांड के अटैक से 10 लोग घायल हो गए। उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया। हालांकि इस मामले में किसी ने कोई रिपोर्ट नहीं दी है।

प्रत्यक्षदर्शी ने बताया- कॉलेज चौराहा के पास एक सांड दौड़ता हुआ आया और भीड़ को चीरते हुए निकल गए। सब कुछ कुछ सेकेंड में हुआ। लोग अभयदास की कार के आगे नाचते हुए चल रहे, इन्हीं पर सांड ने हमला किया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने घायलों को पुलिस वाहन में डालकर जिला अस्पताल पहुंचाया।

इन लोगों को लगी चोट, महिला के दांत टूटे

सांड के हमले में जालेार के शांतिनगर बी ब्लॉक निवासी पन्नालाल(76) पुत्र थानाराम माली को सिर में चोट आई। रामदेव कॉलोनी निवासी पानी देवी(50) पत्नी पोलाराम मीणा के चेहरे पर चोट लगी, उनके दांत टूट गए। राजेन्द्र नगर निवासी भावना पत्नी(33)राजेन्द्र कुमार सुथार सिर व दाहिने फैर में चोट आई।

सर्किट हाउस निवासी निम्बाराम (40)पुत्र नेकाराम माली,रूप नगर निवासी कौशल्या पत्नी मदनलाल माली के सिर में चोट लगी, रामदेव कॉलोनी निवासी गोमती (45)पत्नी चौथाराम माली को पेट में सांड का सींग लगा। जशोदा (42)पत्नी जयन्तीलाल माली व छठी देवी पत्नी प्रकाश माली के दाहिने पैर में चोट लगी।

शुक्रवार को शहर के एफसीआई कॉलोनी स्थित माली समाज धर्मशाला में फले सुनड़ी व भंडारा कार्यक्रम हुआ। लोगों ने महाराज का स्वागत किया। हजारों की संख्या में शहरवासी कथावाचक अभयदास को पैदल नाचते गाते हुए करीब 5 किलोमीटर तक छोड़ने गए। जुलूस एफसीआई कॉलोनी स्थित माली समाज धर्मशाला से रवाना होकर रूप नगर, रेलवे स्टेशन, शिवाजी नगर, कलेक्ट्रेट, अस्पताल चौराहा, राजेन्द्र नगर, कॉलेज चौराहा व लेटा रेलवे ब्रिज तक पैदल गए।

इस दौरान जगह-जगह लोगों ने फूल मालाओं से महाराज पहनाकर विदाई दी। महाराज ने विदाई ली तो महिलाओं ने भावुक होकर फिर जल्दी जालोर आने की बात की। विदाई के बाद कई लोग महाराज को आश्रम तक भी छोड़ने के लिए गए।

कथा हुई पूरी, अभयदास ने कल ली विदाई

बता दें कि अभयदास महाराज का जालोर प्रवास विवादों में रहा। 11 जुलाई से 8 अगस्त तक अभयदास महाराज का श्रावणमासीय चातुर्मास था। लेकिन बायोसा मंदिर विवाद के बाद उन्हें जालोर छोड़ना पड़ा। इसके बाद वे बिना परमिशन जालोर लौटे और एक 31 जुलाई से 8 अगस्त तक समर्थक के घर पर ही कथा पूरी की।

अभयदास ने अलग अंदाज से दी कलेक्टर-प्रशासन को बधाई

जालोर से विदाई के दौरान अभयदास महाराज अपने समर्थकों के साथ जुलूस के रूप में जब कलेक्ट्रेट पहुंचे तो यहां कार को रोक कर महाराज ने जिला कलेक्टर,एसपी व प्रशासन को कुछ इस अंदाज बलाएं ली।

 

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