ग्वालियर। नवरात्रि के शुभ अवसर पर कटरा स्थित वैष्णो देवी, मैहर स्थित शारदा देवी और हरिद्वार स्थित माया देवी मंदिर के दर्शन करना इस बार रेलवे यात्रियों के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। श्राद्ध पक्ष और नवरात्रि का मिलाजुला समय होने के कारण इन प्रमुख धार्मिक स्थलों को जाने वाली अधिकतर ट्रेनों की टिकटें पहले ही बुक हो चुकी हैं। कटरा और मैहर जाने वाली ट्रेनों में तो नो-रूम की स्थिति बन चुकी है, जिससे यात्रियों को केवल तत्काल टिकट पर ही भरोसा करना पड़ रहा है।
शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर से शुरू हो रही है और श्रद्धालु बड़ी संख्या में प्रमुख मंदिरों की ओर बढ़ेंगे। विशेष रूप से वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या सबसे अधिक होने की उम्मीद है। मालवा एक्सप्रेस, झेलम एक्सप्रेस, पंजाब मेल, अंडमान एक्सप्रेस, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, महाकौशल एक्सप्रेस, पठानकोट एक्सप्रेस और मंगला एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें इन धार्मिक स्थलों की ओर यात्रियों को लेकर जाती हैं।
यात्रियों के लिए स्थिति और कठिन तब हो रही है जब किसी भी श्रेणी में कंफर्म बर्थ नहीं मिल रही है। मालवा एक्सप्रेस में अधिकांश दिनों में नो-रूम या वेटिंग की स्थिति है, जबकि झेलम एक्सप्रेस में स्लीपर और थर्ड एसी में वेटिंग टिकट उपलब्ध हैं। इसके कारण श्रद्धालुओं को यात्रा की योजना बनाने में कठिनाई हो रही है और उन्हें जल्दबाजी में तत्काल टिकट पर ही निर्भर रहना पड़ रहा है।
इसके अलावा, नैना देवी, कांगड़ा, ज्वाला देवी और शारदा माता मैहर के दर्शन के लिए जाने वाली ट्रेनों में भी सीटें पहले ही पूरी तरह बुक हो चुकी हैं। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस बार नवरात्रि में यात्रियों की संख्या सामान्य से अधिक होने की संभावना है, इसलिए यात्रा योजना पहले से सुनिश्चित करना जरूरी है।
श्रद्धालु न केवल धार्मिक अनुभव के लिए उत्साहित हैं, बल्कि यह यात्रा कई लोगों के लिए कठिनाई भरी भी साबित हो सकती है। रेलवे यात्रियों को सुझाव दे रही है कि वे यात्रा से पहले टिकट की स्थिति और वैकल्पिक विकल्पों पर ध्यान दें, ताकि नवरात्रि में माता के दर्शन के लिए लंबी प्रतीक्षा या असुविधा का सामना न करना पड़े।