मध्य प्रदेश के रतलाम में फोर लाइन निर्माण के दौरान बाधा बन रही पहलवान बाबा की दरगाह पर बुलडोजर चला दिया गया. हालांकि मजार को सुरक्षित बचा लिया गया. कर्मचारियों ने दरगाह का अतिक्रमण हटाकर मजार पर फूल और चादर चढ़ाई. अदालत से स्टे हटने के बाद जिला प्रशासन ने कार्रवाई की.
रतलाम के तहसीलदार ऋषभ ठाकुर ने बताया कि रतलाम में जावरा फाटक से सजाववता फंटे तक फोरलेन का निर्माण किया जा रहा है. इस फोरलेन निर्माण को लेकर बड़ी संख्या अतिक्रमण हटाया गया. इसी मार्ग पर पहलवान बाबा की दरगाह का कुछ हिस्सा भी फोर लाइन के बीच आ रहा था.
इसी बात को लेकर मुस्लिम समाज के प्रमुख लोगों की बैठक बुलाई गई. इस बैठक में एक हिस्सा तोड़े जाने पर सहमति हुई, जिसमें मुस्लिम समाज के वरिष्ठ जन भी मौजूद थे. बाद में कुछ लोगों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया.
13 नवंबर को रतलाम अदालत में प्रशासन की ओर से कोई पक्ष नहीं रखे जाने पर स्टे दे दिया गया, जिसके बाद से ही फोरलेन निर्माण कार्य को लेकर सवाल खड़े हो रहे थे. जब जिला प्रशासन ने न्यायालय के समक्ष अपना पक्ष रखा तो 26 नवंबर को स्टेट खारिज कर दिया गया. इसके बाद बुधवार को दरगाह हटाने की कार्रवाई हुई. इस दौरान मजार को सुरक्षित बचा लिया गया.
दरगाह का हिस्सा हटाने को लेकर दो मत
जिला प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक दरगाह का एक हिस्सा हटाने को लेकर दरगाह कमेटी शहर काजी अहमद अली और अन्य लोगों की मौजूदगी में जिला प्रशासन के साथ हुई बैठक में सहमति बन गई थी. बाद में कुछ लोगों ने असहमति जताते हुए न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. न्यायालय ने जिला प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई को लेकर दिए गए स्टे को खारिज कर दिया.