इंदौर: इंदौर में क्रिसमस पर हिंदू संगठनों के कथित लोग एक सप्ताह से होटल्स व मॉल्स संचालकों को अपनी गाइडलाइन बता रहे हैं. दो दिन पहले इंदौर के एक मॉल के बाहर कुछ लोगों ने हंगामा कर क्रिसमस ट्री लगाने का विरोध किया था. बुधवार को एक बार फिर ऐसा ही मामला सामने आया, जब कुछ लोगों ने फूड डिलीवरी कंपनी के एक कर्मचारी को सरेराह अपमानित किया. जोमैटो कर्मचारी को इस दौरान भांति-भांति की नसीहत दी गई. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है
फूड डिलीवरी कर्मचारी से सांताक्लॉज की ड्रेस उतरवाई
यह घटना इंदौर के पॉश मार्केट की है. यहा एक कर्मचारी फूड डिलेवरी करने जा रहा था. कर्मचारी ने सांताक्लॉज की ड्रेस पहन रखी थी. उसे रोककर कुछ लोगों ने जबरन पूछताछ शुरु कर दी. वीडियो में एक शख्स साफ साफ कह रहा है कि, “ये ड्रेस किसने पहनाई. तुम कैसे हिंदू हो. क्या हिंदुओं के त्यौहार में इसी प्रकार की गतिविधियां नहीं कर सकती तुम्हारी कंपनी.”
काम पर निकाल कर्मचारी धमकाए जाने से बेहद डर गया. जोर जबरदस्ती के कर लोगों ने सांताक्लॉज की ड्रेस उतरवा दी और आगे से सावधान रहने की चेतावनी भी दे दी. डिलीवरी मैन ने सहमे सहमे ड्रेस उतारा और किसी तरह मौके से किनारा काट लिया.
सामूहिक बेइज्जती करने का किसी को अधिकार नहीं
जब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने इस कृत्य की निंदा की. इसे मॉरल पुलिसिंग के नाम पर घटिया हरकत बताया. लोगों का कहना है कि किसी भी धर्म के प्रति इस प्रकार का नजरिया ठीक नहीं. इस प्रकार की सोच समाज में विघटन लाती है.
इस घटना के बाद श्री परशुराम युवा सेना के संस्थापक वैभव पांडे का कहना है कि, “इस तरह से किसी कर्मचारी की सामूहिक बेज्जती नहीं करना चाहिए. यदि किसी बात को लेकर कोई आपत्ति है तो उसको लेकर संबंधित संस्था के खिलाफ आक्रोश जताना चाहिए. साथ ही देश में कई एजेंसियां हैं, जहां शिकायत की जा सकती है.”