Rajasthan Board 10th Result 2025: राजस्थान बोर्ड 10वीं रिजल्ट में नागौर की दो जुड़वा बहनों ने अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. रिजल्ट जारी होने के बाद जिस किसी ने भी जुड़वा बहनों की मार्कशीट देखी वह हैरान रह गया. दोनों के अंकों को लेकर हर तरफ दोनों की मार्कशीट की चर्चा हो रही है. परिवार के साथ-साथ स्कूल संचालक भी मार्कशीट देखकर चौंक गए. यह संयोग है या कोई करिश्मा लेकिन मार्कशीट में दोनों बहनों के एक समाम अंक हैं.
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) ने 28 मई को 10वीं कक्षा का परिणाम जारी किया था. इस साल 10वीं में 93.60% स्टूडेंट्स ने माध्यमिक परीक्षा पास की है. नागौर जिले के छापरी खुर्द की जुड़वां बहनों कनिष्का और कार्तिका चौधरी ने आश्चर्यजनक रूप से 10वीं में 97.17% – 97.17% अंक हासिल किए हैं. यह परिणाम न केवल उनकी मेहनत का परिणाम है, बल्कि अनोखा रिकॉर्ड बन गया है.
रोडवेज बस में कंडक्टर हैं पिता
कनिष्का और कार्तिक चौधरी नागौर जिले के छापरी खुर्द गांव में शिवनारायण चौधरी की बेटियां हैं. छात्राओं के पिता शिवनारायण चौधरी रोडवेज बस में कंडक्टर और मां सुमन चौधरी गृहिणी हैं. दोनों बहनों ने मेड़ता रोड स्थित कल्पना चावला इंटरनेशनल निजी स्कूलों में पढ़ाई की.
एक बहन इंजीनियर तो दूसरी बनना चाहती है डॉक्टर
शिवनारायण चौधरी ने कहा कि बेटियों की इस सफलता पर गर्व हो रहा है. कनिष्का और कार्तिका दोनों बहनें बचपन से एक साथ ही रहती रही थी. दोनों ही एक साथ पढ़ाई करती थीं. दोनों एक दूसरे का सपोर्ट भी करती हैं और नई चीज के लिए एक दूसरे को प्रेरित भी करती हैं. अगर एक कहीं कमजोर पढ़ती है तो दूसरी मदद करती है. छात्राओं की मां ने बताया कि दोनों ने दिन-रात कड़ी मेहनत की. कनिष्का अब इंजीनियर और कार्तिका डॉक्टर बनना चाहती हैं. दोनों आगे की तैयारी के लिए सीकर चली गई हैं.
पूरे गांव में उत्सव का माहौल
दोनों बहनों के इस शानदार परिणाम के कारण पूरे गांव में उत्सव का माहौल बना हुआ है. दोनों के परिजन और पूरा गांव उनके स्वागत का इंतजार कर रहे हैं. क्योंकि परीक्षा खत्म होते ही दोनों बहने अपने सपने को साकार करने के लिए सीकर चली गईं. शिवनारायण चौधरी ने बताया कि आगामी दो या तीन दिन में वह गांव में आएंगी.
बता दें कि इस साल राजस्थान बोर्ड 10वीं परीक्षा के लिए 10,94,186 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था, जिनमें 10,71,460 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी और 93.60% पास हुए हैं. लड़कियों ने दसवीं कक्षा में लड़कों की तुलना में शानदार प्रदर्शन किया. लड़कियों का पास प्रतिशत 94.08% और लड़कों का पास प्रतिशत 93.16% रहा है.