बेंगलुरु में यशवंतपुर के पास सोमवार को एक दुखद घटना में बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (BMTC) के एक बस चालक की कार्डियक अरेस्ट के चलते मौत हो गई. 39 वर्षीय कर्न, जो BMTC के डिपो 40 में कार्यरत थे, नेलमंगला से यशवंतपुर की ओर बस चला रहे थे, जब उन्हें अचानक सीने में तेज दर्द हुआ और वे बेहोश हो गए.
बस के भीतर लगे कैमरे की फुटेज में देखा गया कि कर्न के बेहोश होने पर बस एक अन्य BMTC बस से हल्के से टकरा गई और फिर आगे बढ़ती रही. स्थिति की गंभीरता को समझते हुए, सहायक कंडक्टर ने तुरंत बस का नियंत्रण संभाल लिया और उसे सुरक्षित रूप से रोक लिया, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई. कर्न को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. BMTC अधिकारियों ने कंडक्टर की सतर्कता और साहस की सराहना की है, जिससे एक और बड़ी त्रासदी टल गई.
सितंबर में जारी एक हेल्थ स्टडी में पाया गया कि BMTC के 45-60 आयु वर्ग के 7,635 कर्मचारियों में से 40% से अधिक कर्मचारियों में हृदय रोग का खतरा है. BMTC और राज्य संचालित जयदेव कार्डियोवास्कुलर साइंसेज संस्थान के बीच एक समझौते के तहत किए गए इस अध्ययन में पाया गया कि 5.5% कर्मचारियों में हृदय संबंधी बीमारियां पहले से मौजूद हैं, साथ ही मधुमेह, उच्च रक्तचाप और मोटापे की दर भी उच्च है. BMTC आने वाले महीनों में 2,500 और कर्मचारियों की जांच करवाने की योजना बना रही है, यह जानकारी संस्थान के निदेशक डॉ. सी.एन. मंजुनाथ ने दी.
डॉ. मंजुनाथ ने कहा कि लगातार ड्राइविंग, ओवरटाइम, और रात की ड्यूटी के कारण कर्मचारियों में तनाव का स्तर बहुत अधिक है, जिससे व्यायाम के लिए समय कम मिलता है और भोजन की आदतें भी असामान्य हो जाती हैं.