अदाणी पावर (Adani Power) भूटान में 5,000 MW का हाइड्रो पावर प्लांट (hydroelectric power plant) लगाएगी. कंपनी ने वांगचू (Wangchhu) हाइड्रो पावर JV के लिए MOU किया है. अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी और भूटान के प्रधानमंत्री, शेरिंग तोबगे ने X पर इसकी जानकारी दी.
गौतम अदाणी ने अपनी पोस्ट में लिखा कि, ‘हमें भूटान के साथ अपनी साझेदारी को और गहरा करने पर गर्व है. हम हरेभरे और अधिक समृद्ध भविष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं. भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे का उनके विश्वास और दूरदर्शिता के लिए धन्यवाद.’
भूटान और भारत के बीच ऊर्जा सहयोग को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाते हुए अदाणी ग्रुप और भूटान की ड्रुक ग्रीन पावर कॉर्पोरेशन (DGPC) ने बुधवार को 5,000 मेगावाट जलविद्युत प्रोजेक्ट्स के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए. ये समझौता थिम्पू में आयोजित एक समारोह में भूटान के प्रधानमंत्री दशो त्शेरिंग टोबगे, ऊर्जा एवं प्राकृतिक संसाधन मंत्री ल्योनपो गेम त्शेरिंग और वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हुआ.
ये सहयोग भूटान की 2040 रीन्युएबल एनर्जी रोडमैप के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य देश की ऊर्जा क्षमता को हरित और आत्मनिर्भर बनाना है. इस प्रोजेक्ट के तहत जलविद्युत और पंप्ड स्टोरेज प्रोजेक्ट्स को चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा.
DGPC की 51% और अदाणी की 49% हिस्सेदारी
DGPC के प्रबंध निदेशक दशो छेवांग रिंजिन ने कहा, ये रणनीतिक साझेदारी भारत और भूटान के मैत्रीपूर्ण संबंधों को और सुदृढ़ बनाएगी और भूटान की रीन्युएबल एनर्जी कैपिसिटी के अधिकतम उपयोग में सहायक होगी.
अदाणी ग्रीन हाइड्रो लिमिटेड के COO नरेश तेलगु ने कहा कि हम भूटान के साथ मिलकर क्लीन एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर रहे हैं जो भारत और पूरे क्षेत्र की एनर्जी सिक्योरिटी सुरक्षा को मजबूत करेगी.
इस समझौते के अंतर्गत, अदाणी ग्रुप भारत के कमर्शियल एनर्जी मार्केट्स तक भूटान की बिजली पहुंचाने, वित्तीय सहयोग और प्रोजेक्ट प्रबंधन में DGPC का समर्थन करेगा.
ये साझेदारी पहले से चल रही 570/900 मेगावाट वांग्चू जलविद्युत परियोजना पर बेस्ड है, जिसमें DGPC की 51% और अदानी की 49% हिस्सेदारी है. दोनों कंपनियों ने इस प्रोजेक्ट के लिए शेयरहोल्डर एग्रीमेंट पर भी हस्ताक्षर किए हैं.