इंदौर के कारोबारी भूपेंद्र रघुवंशी की आत्महत्या मामले में जांच तेजी पकड़ रही है। पुलिस अब इति तिवारी और उसकी बहन शुभांगी के बैंक अकाउंट और मोबाइल डिटेल्स खंगालेगी। दोनों बहनों के सोशल मीडिया अकाउंट्स और परिवार की गतिविधियों की भी पड़ताल की जा रही है। सामने आया है कि इति की भूपेंद्र से दोस्ती पब में हुई थी और इसी दौरान नजदीकियां बढ़ीं।
भूपेंद्र ने 26 अगस्त को आत्महत्या की थी। सुसाइड नोट में लिखे दोस्तों से भी पुलिस जानकारी जुटा रही है। टेक्निकल टीम भूपेंद्र और इति के बैंक लेन-देन की जांच करेगी ताकि यह पता चल सके कि कारोबारी ने इति को कितनी बार और कितनी रकम दी। इसके अलावा भूपेंद्र के ड्राइवर शुभम से भी पूछताछ की जाएगी, क्योंकि इति और शुभांगी अक्सर उसकी मौजूदगी में भूपेंद्र से मिला करती थीं। शुभम ने बताया कि आत्महत्या से पहले की रात भूपेंद्र बेहद तनाव में थे।
जानकारी के मुताबिक, इति ज्यादातर मुंबई में रहती है जबकि उसकी बहन शुभांगी महालक्ष्मी नगर, इंदौर में रहती है। वहीं, भूपेंद्र भवानीपुरी कॉलोनी, अन्नपूर्णा क्षेत्र में परिवार के साथ रहते थे और शहर में उनके तीन पब और रेस्टोरेंट संचालित हैं।
सुसाइड नोट में जिन तीन दोस्तों—करण भैया, दीपेश भैया और श्रीकांत भैया—का जिक्र किया गया है, उनमें से दो बड़े पदों पर काम करते हैं। दोस्तों ने बताया कि बातचीत में इति का जिक्र तो होता था, लेकिन ब्लैकमेलिंग का कभी जिक्र नहीं हुआ।
भूपेंद्र की मदद इति को अक्सर मिलती थी, लेकिन उनकी परेशानी किस हद तक बढ़ चुकी थी, इसकी जानकारी किसी को नहीं थी। पुलिस अंतिम संस्कार के बाद परिवार और बेटी के बयान दर्ज करेगी।
एडिशनल डीसीपी दीपेश अग्रवाल ने बताया कि सुसाइड नोट को लेकर जांच शुरू कर दी गई है और उसमें जिन लोगों का जिक्र है, उनसे भी पूछताछ की जाएगी। पुलिस का कहना है कि जो भी नाम जांच में सामने आएंगे, उन्हें शामिल किया जाएगा।
भूपेंद्र ने सुसाइड नोट में इति तिवारी पर ब्लैकमेलिंग और रेप केस लगवाने की धमकी का आरोप लगाया था। पुलिस इस पूरे मामले की हर एंगल से जांच कर रही है।