ऑपरेशन सिंदूर पर सोमवार को तीनों सेनाओं के डीजी ऑपरेशंस की प्रेस ब्रीफिंग हुई. इस दौरान भारतीय सेना में डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि हमारा एयर डिफेंस सिस्टम तैयार था. पाकिस्तान हमारे एयर डिफेंस ग्रिड सिस्टम को भेद नहीं पाया.
उन्होंने कहा कि आतंकी घटनाओं के तौर-तरीकों में बदलाव आ रहा है. हमारी मिलिट्री के साथ-साथ हमारे मासूम नागरिक जो अपना बचाव करने में असफल थे, उन पर भी हमले हो रहे थे. 2024 में जम्मू में शिवखोरी मंदिर जाते हुए तीर्थयात्रियों पर हमले और इस साल अप्रैल में पहलगाम में मासूम पर्यटकों पर हमला इस खतरनाक ट्रेंड के विशेष उदाहरण हैं. पहलगाम तक पाप का ये घड़ा भर चुका था, उसके बाद जो हुआ, उसके बारे में हम विस्तार से बात कर चुके हैं. हमने स्ट्राइक की. हमें पूरा अंदेशा था कि पाकिस्तान का वार भी होगा इसलिए हमने अपने एयर डिफेंस की पूरी तैयारी कर ली थी.
राजीव घई ने कहा कि हम तैयार थे. हमारा एयर डिफेंस सिस्टम भी तैयार था. हमारा एयर डिफेंस सिस्टम दीवार की तरह खड़ा था. हमने हमले से निपटने की तैयारी की थी. जब हौंसले बुलंद हो तो मंजिले भी कदम चूमती है.
इस दौरान एयर ऑपरेशन के डीजी एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ थी. इसलिए हमने सात मई को आतंकवादियों के ठिकानों पर हमला किया लेकिन अफसोस इस बात का है कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का साथ देना उचित समझ और इस लड़ाई को अपनी लड़ाई बना ली.इस परिस्थिति में हमारी जवाबी कार्रवाई अत्यंत आवश्यक थी, इसमें जो भी नुकसान हुआ. इसके लिए वे खुद जिम्मेदार है.
उन्होंने कहा कि हमने सरहद पार किए बिना हमले किए. हमने पाकिस्तान की मिसाइलों को मार गिराया. वे हमारे एयर डिफेंस ग्रिड को भेद नहीं पाए. हमने आतंकियों पर सटीक हमले किए. लेफ्टिनेंट घई ने कहा कि पाकिस्तान एयरफोर्स ने हमारी एयर टीम और लॉजिस्टिक प्रतिष्ठान पर 9-10 मई की रात को हमला किया गया.