Cab एग्रीगेटर कंपनियों की मनमानी जारी, यूजर्स से ऐसे वसूल रही हैं एक्स्ट्रा चार्ज

तुम डाल-डाल हम पात पात, कैब एग्रिगेटरों कंपनियों का पैसेंजरों से बेजा पैसा वसूलने को लेकर कुछ ऐसा ही रवैया है. इन कंपनियों ने कार्रवाई के डर से एडवांस टिप शब्द को ऐप से हटा तो लिया, लेकिन उसकी जगह अतिरिक्त वसूली कैब ड्राइवर के नाम पर शुरू कर दी.

केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) के नोटिस पर कंपनियों ने बुकिंग के दौरान वसूले जाने वाले टिप शब्द को हटा दिया है. इसकी वजह सीसीपीए की ओर से की गई सख्ती मुख्य है. हालांकि कंपनियां अब इसे ड्राइवर के लिए अतिरिक्त पैसे देने के लिए कह रही है. यही वजह है कि उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने इन कंपनियों को क्लीन चिट भी नहीं दी है. साथ ही अभी इस मामले की जांच जारी है

टिप के नाम पर होती थी वसूली

पहले कैब एग्रीगेटर कंपनी ट्रिप पूरी होने पर पेमेंट ऑप्शन के साथ ड्राइवर के लिए अलग से 10, 20, 30 और 50 रुपए की टिप का ऑप्शन देती थी, लेकिन जब से इसको लेकर केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण के पास शिकायत पहुंची है तब से कैब एग्रीगेटर कंपनियों ने टिप के ऑप्शन हो हटा दिया है, लेकिन कैब यूजर्स से एक्स्ट्रा पैसे वसूलने के लिए एक दूसरा रास्ता इस्तेमाल कर रही हैं.

अब कैसे हो रही है वसूली?

कैब एग्रीगेटर कंपनियों ने बेशक ट्रिप पूरी होने पर ड्राइवर को टिप देने का ऑप्शन अपने ऐप से हटा दिया है, लेकिन इसकी जगह कैब एग्रीगेटर कंपनी दूसरे रास्ते से कैब यूजर्स से पैसे वसूल रही हैं, इसके लिए कंपनियों ने राइड बुक करते समय कैब, ऑटो जल्दी बुलाने के लिए ड्राइवर को एक्ट्रा चार्ज देने का ऑप्शन दे रही हैं.

मामले की चल रही है शिकायत

कैब एग्रीगेटर कंपनियों की मनमानी को लेकर केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण एक्शन में आ गया है, ऐसे में केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण ने टिप का ऑप्शन हटाने के बाद भी कैब एग्रीगेटर कंपनियों को क्लीन चिट नहीं दी है और इसके मामले की जांच जारी रखी है.

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