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हिंदू राष्ट्र का आह्वान: महाकुंभ 2025 में मौनी महाराज करेंगे ऐतिहासिक अनुष्ठान

2025 में लगने वाले प्रयागराज के महाकुंभ में इस बार अमेठी का विशेष योगदान रहेगा.अमेठी के बाबूगंज सगरा पीठाधीश्वर मौनी महाराज इस बार हिंदू राष्ट्र बनाने की संकल्पना को साकार करने जा रहे हैं.

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इस संकल्पना में 5 करोड़ 51 लाख से अधिक रुद्राक्ष मणियों से द्वादश ज्योतिर्लिंग की स्थापना की जाएगी।इस कार्य के साथ-साथ 11 हजार त्रिशूलों की स्थापना राष्ट्ररक्षा और आतंकवाद विनाश के लिए किया जाएगा.इसके साथ ही महाकुंभ में रूद्राक्ष की मणियों से ही 12 द्वार भी बनाए जाएंगे.हिंदू राष्ट्र बनाने की प्रेरणा से लगातार मौनी महाराज अनुष्ठान पूजा पाठ और कार्यक्रम कर रहे हैं.

मौनी महाराज ने बातचीत के दौरान बताया कि यह अनुष्ठान भारत को विकसित बनाने और हिंदू राष्ट्र की संकल्पना को लेकर है।बहुत दिनों से मेरे मन में संकल्पना थी संपूर्ण विश्व में कहीं भी रुद्राक्ष ज्योतिर्लिंगों की मणियां नहीं है. जहां द्वादश ज्योतिर्लिंग बनाए जा रहे हैं.

पांच करोड़ रुद्राक्ष यहां एकत्र किया गया है और द्वार के लिए दो करोड़ कुल साढें सात करोड़ रुद्राक्ष की मणिया विग्रह में लगेंगी जहां बाबा स्थापित होंगे.तीर्थराज प्रयाग के महाकुंभ में जहां प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री, शंकराचार्य,आचार्य,महामंडलेश्वर मंडलेश्वर,श्री महंत ने एक स्वर में कहा था.इसलिए भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए लगातार आज कई महीने से मैं गरीब बस्तियों में दलित बस्तियों में जा जाकर एक एक रूपए के लिए मैंने भिक्षा यात्रा की.

आप सबके सामने यह जो कई करोड़ रुद्राक्ष दिखाई पड रहे हैं इन्हें मैं हिंदू समाज से प्राप्त किया। इनको लेकर मुझे प्रयागराज जाना चाहिए उसी के लिए सारे विग्रह सारे कलश तैयार है जिसमे राष्ट्र रक्षा आतंकवाद विनाश देश की अर्थव्यवस्था के लिए हिंदू सुरक्षा के लिए है हिंदू राष्ट्र के लिए है काशी मथुरा मंदिर निर्माण के लिए है.सारी संकल्पना को लेकर लगातार संत महात्मा सब प्रयास कर रहे हैं.पूरा देश इसमें लगा हुआ है.

उसी का प्रतिफल है कि हम सब महाकुंभ जाने के लिए तैयार हैं।मौनी महाराज ने कहा कि साढें पांच सौ घंटे एक शिवलिंग बनाने के लिए लगेंगे. हजारों लोगों का योगदान होगा लाखों रुपए इसके विग्रह को सजाने में खर्च होंगे.

वहीं देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री को लेकर उन्होंने कहा कि इससे बढ़िया और क्या हो सकता है जब देश का संचालन करने वाला एक राष्ट्र सपूत हो और प्रदेश का संचालन करने वाला मुखिया एक संत हो.

दिव्य महाकुंभ पूरी तरीके से इस कुंभ को भव्य और दिव्य बनाने के लिए पूरा देश लगा है और एक-एक कण रुद्राक्ष का प्रयागराज जाने के लिए तैयार है।मेरा पूरा जीवन राष्ट्र को समर्पित है धर्म को समर्पित है भारतीय संस्कृति को समर्पित है मेरी अंतिम इच्छा है कि हिंदू राष्ट्र हो जाए मैं रहूं चाहे ना रहूं.

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