चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में एक कोठी पर ग्रेनेड से हमला किया गया. कोठी के अंदर ग्रेनेड फेंका किया, जिससे जोरदार धमाका हुआ है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और इंटेलिजेंस टीम मौके पर पहुंच गई. घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. इसमें एक संदिग्ध ऑटो घटनास्थल की ओर से आता दिखाई दे रहा है. माना जा रहा है कि ग्रेनेड फेंकने वाले आरोपी इसी में बैठकर आए थे. ये घटना बुधवार शाम 6 बजे करीब हुई.
सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि कोठी के अंदर विस्फोट के बाद एक ऑटो उस गली से निकलकर बाहर आ रहा है. उससे पहले एक शख्स कोठी की तरफ से भागकर ऑटो में बैठता दिखाई दे रहा है. इससे ऐसा लग रहा है कि ऑटो से आए शख्स ने ही कोठी के अंदर ग्रेनेड फेंका है.
बताया जाता है ऑटो में तीन लोग सवार थे. इन्हीं तीन लोगों ने सेक्टर 10 के मकान नंबर 575 में ग्रेनेड फेंका था. यह घटना बुधवार शाम करीब 6 बजे की है. कोठी में रहने वाला परिवार सुरक्षित है. बताया जाता है कि कोठी के लॉन में आकर ग्रेनेड फटा था. इस ब्लास्ट से मकान की खिड़की का शीशा टूट गया.
CCTV visuals of the Sector-10 Chandigarh where an objectionable object thrown into a house led to blast. The auto-Rickshaw is seen in the video used by the suspects who throw the objectionable object in the house of Chd, Sec-10. The blast voice is too heard in the video pic.twitter.com/82Ba5tCwRX
— Akashdeep Thind (@thind_akashdeep) September 11, 2024
ब्लास्ट की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और एजेंसियां मौके पर पहुंच गई है. फिलहाल किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. हर एक एंगल इस घटना की जांच में पुलिस और जांच एजेंसी जुटी हुई है. एजेंसियों के मुताबिक देश से बाहर बैठे किसी ग्रुप का हाथ हो सकता है. जांच के बाद एक आरोपी को पकड़ा गया है.
सूत्रों के मुताबिक जिस कोठी में ग्रेनेड फेंका गया वो परिवार निशाने पर नहीं था. पहले इस कोठी में कोई शख्स रहता था वो निशाने पर था. ऐसा लगता है कि हमले का टास्क पहले दिया गया था. जिसे काफी दिन बाद अंजाम दिया गया है.
जिस कोठी में ब्लास्ट हुआ, उसमें पहले पंजाब पुलिस के एक रिटायर्ड एसएसपी का परिवार रहता था. ऐसी सूचना है कि कुछ महीने पहले भी गैंगस्टर से खतरे की उन्हें खुफिया जानकारी मिली थी. हालांकि, जबतक रिंदा गिरोह हमले की साजिश रचता, सेवानिवृत एसएसपी का परिवार यहां से निकल गया था.