उत्तर प्रदेश के वृंदावन में प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को लेकर हुआ विवाद अब थमता नजर आ रहा है. उनकी पदयात्रा में ढोल-नगाड़े के साथ कीर्तन और आतिशबाजी को लेकर एनआरआई ग्रीन सोसाइटी ने विरोध जताया था. इसके बाद प्रेमानंद महाराज ने पैदल की जगह गाड़ी से जाना शुरू कर दिया था. अब सोसायटी के अध्यक्ष ने प्रेमानंद महाराज के आश्रम जाकर उनसे माफी मांगी है. उन्होंने पदयात्रा में शामिल होने वाले साधु-संतों के स्वागत की भी बात कही है.
प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा रात करीब 2 बजे श्रीकृष्ण शरणम् सोसाइटी से रमणरेती स्थित आश्रम हित राधा केली कुंज तक निकलती है. उनकी पदयात्रा में साधु-संत तो शामिल होते हैं. हजारों की संख्या में श्रद्धालु भी पहुंचते हैं, जो सड़क के दोनों ओर खड़े होकर उनके दर्शन करते हैं. इस दौरान भक्त भजन-कीर्तन और आतिशबाजी करते हैं. एनआरआई ग्रीन सोसाइटी ने इसका विरोध करते हुए शिकायत दर्ज कराई थी.
सोसायटी अध्यक्ष ने मांगी माफी
शिकायत करने वाली एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष ने प्रेमानंद महाराज के आश्रम पर पहुंचकर उनसे माफी मांगी है. उन्होंने कहा है कि सोसाइटी के लोग गलतफहमी के शिकार हो गए थे. कुछ यूट्यूबर के बहकावे में आकर उन्होंने बयान दे दिया था. इस पर प्रेमानंद महाराज ने सोसायटी अध्यक्ष से कहा कि ‘हमारा कोई विरोध नहीं है, हमारा काम है सुख पहुंचाना. हमने कोई सुनने को मिला, वहां किसी को दुख पहुंचा तो हमने रास्ता बदल दिया.’
यूट्यूबरों ने बहकाया- सोसायटी अध्यक्ष
सोसायटी के अध्यक्ष ने प्रेमानंद महाराज से कहा कि ‘वहां (सोसायटी) कुछ लोगों से जो यूट्यूबरों ने फेमस होने के लिए बयान दिलवा दिया. वो भी लोग बृजवासी हैं, यूट्यूबर ने उनसे कहा कि आप ये बोल दो तो उन लोगों ने ये सब बोल दिया.’ उन्होंने प्रेमानंद महाराज से कहा कि ‘बृजवासी तो आपको पता ही है कैसे बोलते है? उन्होंने तुरंत ही कह दिया. उनको भी पश्चाताप हुआ. मैं माफी मांगने आया हूं.’ इसपर प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘जिन बृजवासियों ने बोला है, उनको हम प्रणाम करते हैं.’ इसके बाद सोसायटी अध्यक्ष ने कहा कि ‘महाराज जी आप वहां से निकलने, मैं सोसायटी पर सबको स्वागत करूंगा.’