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‘ट्रंप को नहीं हरा सकते…’, जब बाइडेन से दो टूक बोलीं नैंसी पेलोसी

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले ही बाइडेन पर ट्रंप भारी पड़ते नजर आ रहे हैं. पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट में बाइडेन की किरकिरी होने के बाद से उन पर चुनावी दौड़ से हटने का दबाव लगातार बढ़ रहा है. इस बीच अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की पूर्व स्पीकर नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) ने भी बाइडेन को दो टूक कह दिया है कि वह ट्रंप से किसी हालत में जीत नहीं सकते.

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रिपोर्ट्स के मुताबिक, नैंसी पेलोसी ने हाल ही में बाइडेन से फोन पर बात की थी. इस दौरान उन्होंने बाइडेन को बताया कि सभी चुनाव पूर्व सर्वों से साफ पता चल रहा है कि वह ट्रंप को राष्ट्रपति दौड़ में नहीं हरा सकते. साथ ही यह चुनाव लड़कर बाइडेन नवंबर में होने जा रहे चुनाव में डेमोक्रेट्स की जीत की संभावनाओं को भी नष्ट कर सकते हैं.

लेकिन पेलोसी की इन स्पष्ट चेतावनियों के बावजूद बाइडेन इस बात पर अड़े रहे कि वह चुनाव लड़ेंगे और ट्रंप को हराकर दिखाएंगे. इतना ही नहीं, बाइडेन ने पेलोसी से कहा कि उन्होंने भी सर्वे देखे हैं और उनके अभी भी जीत के आसार हैं.

बता दें कि नैंसी पेलोसी की बाइडेन को दी गई ये सलाह ऐसे समय में सामने आई है, जब डेमोक्रेट्स का एक वर्ग 27 जून को पहली लाइव टीवी डिबेट के दौरान बाइडेन की निराशाजनक परफॉर्मेंस की वजह से उनकी आलोचना कर रहे है और इस रेस से उनके हटने की बात कर रहे है.

बाइडेन के राष्ट्रपति रेस से हटने की क्यों उठी मांग

दरअसल बीते महीने डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन के बीच पहले लाइव टीवी डिबेट हुई थी. इस डिबेट में बाइडेन का प्रदर्शन खासा खराब रहा था. वह डिबेट के बीच में कई बार फ्रीज हो गए थे. कई बार उनकी जबान लड़खड़ाती नजर आई थी. ट्रंप के आरोपों को वह सही तरीके से काउंटर भी नहीं कर पाए थे. इसके बाद से दबी जुबान में ऐसी चर्चा हो रही है कि बाइडेन मौजूदा हालत में ट्रंप को हरा नहीं पाएंगे.

न्यूयॉर्क टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से बताया कि बाइडेन का परिवार उन्हें इस रेस में बने रहने पर जोर दे रहा है. अटलांटा जर्नल कॉन्स्टिट्यूशन ने बीते रविवार को अपने संपादकीय में कहा कि अब राष्ट्रपति बाइडेन के लिए राजनीति से रिटायर हो जाना जरूरी है.

ट्रंप और बाइडेन की लाइव डिबेट में क्या-क्या हुआ?

बीते महीने डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन और रिपब्लिकन की ओर से डोनाल्ड ट्रंप के बीच पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट (Presidential Debate) हुई थी. अटलांटा में हुई 90 मिनट की इस डिबेट को CNN ने आयोजित कराया था.

इस डिबेट में इजरायल-हमास जंग से लेकर, रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन से अमेरिका के संबंधों, अबॉर्शन, गन वायलेंस, टैक्स, महंगाई, बेरोजगारी, क्लाइमेट चेंज और अवैध प्रवासियों जैसे मुद्दों पर तीखी बहस हुई थी.

इस डिबेट की शुरुआत अमेरिका में बढ़ रही महंगाई के मुद्दे से हुई थी. बाइडेन ने ट्रंप पर आरोप लगाया था कि ट्रंप के राष्ट्रपति पद से हटने के बाद उन्हें ऐसी अर्थव्यवस्था मिली, जो खस्ताहाल थी. बाइडेन ने कहा कि उन्होंने बड़े पैमाने पर रोजगारों का सृजन किया और बढ़ती दवाइयों की कीमतों पर लगाम लगाई. इसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि बाइडेन सरकार में अमेरिका में बड़ी तादाद में अवैध प्रवासी पहुंचे है. लेकिन इस डिबेट में बाइडेन की परफॉर्मेंस ट्रंप की तुलना में खराब आंकी गई थी.

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