राजस्थान के सवाई माधोपुर में हुई भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिला मुख्यालय का लटिया नाला अचानक उफान पर आ गया, जिससे एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। रविवार को नाले के तेज बहाव में एक कार फंस गई, जिसमें तीन लोग सवार थे। हालांकि मौके पर मौजूद लोगों और प्रशासन की मदद से सभी की जान बचा ली गई।
जानकारी के मुताबिक, कार सवार लोग नाले को पार करने की कोशिश कर रहे थे, तभी अचानक पानी का बहाव और तेज हो गया और गाड़ी बीच में ही फंस गई। कार का इंजन बंद हो गया और वह धीरे-धीरे बहाव की ओर खिसकने लगी। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत शोर मचाकर प्रशासन को सूचना दी। राहत की बात यह रही कि बचाव दल समय पर पहुंच गया और तीनों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश शुरू होते ही लटिया नाला बेहद खतरनाक हो जाता है। इसके बावजूद कई लोग जल्दबाजी में इसे पार करने की कोशिश करते हैं, जिससे हादसों की आशंका बनी रहती है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि नाले के पास चेतावनी बोर्ड और बैरिकेड्स लगाए जाएं, ताकि लोग बिना सोचे-समझे इसमें वाहन न उतारें।
प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि भारी बारिश के दौरान नालों और पुलों को पार करने से बचें। अधिकारियों ने कहा कि मानसून के इस मौसम में नदियों और नालों का जलस्तर अचानक बढ़ जाता है, जिससे हादसे हो सकते हैं।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से सवाई माधोपुर और आसपास के इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। इससे कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं और यातायात भी प्रभावित हुआ है। लटिया नाला अक्सर बारिश के दिनों में खतरे का कारण बन जाता है और प्रशासन हर बार लोगों को सचेत करता है।
इस घटना के बाद एक बार फिर यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या प्रशासन को स्थायी समाधान की दिशा में कदम नहीं उठाने चाहिए। क्योंकि हर साल बारिश के मौसम में ऐसे हादसे सामने आते रहते हैं।