कैंसर का इलाज हमेशा से महंगा और मुश्किल रहा है, लेकिन मॉडर्न साइंस लगातार नए इनोवेशन के जरिए मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने में लगा है. इसी कड़ी में मरीजों को कैंसर का इलाज सही और कारगर तरीके से हो इसलिए नई थेरेपी इजाद की गई है. इस नई थेरेपी का नाम कार-टी सेल थेरेपी है, जो कैंसर सेल्स को खत्म करने में कारगर साबित हो रही है. यह एक खास इम्यूनोथेरेपी है, जिसमें शरीर की अपनी ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को कैंसर से लड़ने के लिए मजबूत बनाया जाता है. इस थेरेपी से कई मरीजों को फायदा हुआ है, खासकर ब्लड कैंसर के मरीजों में इसका अच्छा परिणाम देखने को मिला है.
कार-टी सेल थेरेपी क्या है?
इस थेरेपी में मरीज के शरीर से टी-कोशिकाएं (T-cells) निकाली जाती हैं. ये टी-कोशिकाएं शरीर की सुरक्षा प्रणाली का अहम हिस्सा होती हैं और बीमारियों से लड़ने में मदद करती हैं. वैज्ञानिक इन कोशिकाओं में काइमेरिक एंटीजेन रिसेप्टर (CAR) नामक एक खास प्रोटीन जोड़ते हैं. यह प्रोटीन टी-कोशिकाओं को कैंसर सेल्स को पहचानने और नष्ट करने की ताकत देता है. फिर इन्हें मरीज के शरीर में वापस डाल दिया जाता है, जहां ये सीधे कैंसर कोशिकाओं पर हमला करती हैं.
कैंसर के इलाज में कितनी फायदेमंद है?
यह थेरेपी कैंसर के इलाज में काफी प्रभावी मानी जा रही है. खासकर उन मरीजों के लिए, जिन पर कीमोथेरेपी या रेडिएशन का असर नहीं हो रहा हो. यह तकनीक कैंसर कोशिकाओं पर सीधा असर करती है और कई मामलों में मरीज पूरी तरह ठीक भी हो चुके हैं. ल्यूकेमिया (Leukemia) और लिम्फोमा (Lymphoma) जैसे रक्त कैंसर में यह थेरेपी बहुत फायदेमंद साबित हुई है. इसके अलावा, यह थेरेपी शरीर की प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाती है, जिससे कैंसर के दोबारा होने की संभावना कम हो जाती है.
कार-टी सेल थेरेपी की चुनौतियां
यह थेरेपी बेहद कारगर है, लेकिन इसमें कुछ चुनौतियां भी हैं. सबसे बड़ी समस्या यह थेरेपी बहुत महंगी है, जिससे हर मरीज इसका फायदा नहीं उठा सकता. इसके अलावा, कुछ मरीजों को इससे साइड इफेक्ट्स भी होते हैं, जैसे तेज बुखार, लो ब्लड प्रेशर और मानसिक भ्रम जैसी समस्याएं. यह थेरेपी फिलहाल सिर्फ कुछ ही तरह के कैंसर के लिए उपलब्ध है, बाकी कैंसर के लिए इस पर अभी और रिसर्च चल रही है.
कैंसर के इलाज में बड़ा विकल्प बन सकती थेरेपी
वैज्ञानिक इस थेरेपी को और सस्ता और ज्यादा प्रभावी बनाने पर काम कर रहे हैं. अगर यह थेरेपी सस्ती हो जाती है, तो लाखों कैंसर मरीजों को फायदा मिल सकता है. इसके अलावा, इसे अन्य तरह के कैंसर के इलाज में भी इस्तेमाल करने की कोशिशें हो रही हैं. आने वाले समय में यह कैंसर के इलाज में एक बड़ा बदलाव ला सकती है और मरीजों के लिए एक नई उम्मीद बन सकती है.