ईद के जुलूस के दौरान शुक्रवार को कुछ लोगों ने सकल हिंदू समाज कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आशय से भगवा झंडा अपने हाथों में लेकर उस पर काले रंग से इस्लाम जिंदाबाद का नारा लिखकर जोर-जोर से सार्वजनिक स्थानों पर सभी के सामने फहराया। जिससे सकल हिन्दू समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई।
मामले को लेकर सकल हिन्दू समाज बड़ी संख्या में शुक्रवार रात कोतवाली थाना परिसर पहुंचा और यहां करीब एक घंटे नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। सकल हिन्दू समाज ने आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की। जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने दो से तीन अज्ञात आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अज्ञात दो से तीन आरोपितों के खिलाफ कोतवाली में बीएनएस की धारा 299, 223 के तहत केस दर्ज किया।
यह था पूरा मामला
शहर में ईद पर निकले गए जुलूस में भगवा ध्वज का अपमान करने, पाकिस्तान आर्मी का गाना बजाने और तालिबान का झंडा फहराने सहित विभिन्न आरोप हिंदू संगठन के पदाधिकारी ने लगाकर शुक्रवार को आक्रोश जताया। शुक्रवार रात 9:30 बजे कोतवाली थाना परिसर में बड़ी संख्या में हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने एकत्र होकर देश विरोधी नारेबाजी करने वाले असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई की मांग की।
थाने पहुंचने से गहराया था विवाद
हिंदू जागरण मंच के जिला संयोजक माधव झा, महादेवगढ़ संस्थापक व हिंदू नेता अशोक पालीवाल, डॉ. अनीश अरझरे सहित बड़ी संख्या में युवा कोतवाली थाने पहुंचने से माहौल गरमा गया। हिंदू नेताओं ने कई संगीन आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव बारंगे को सौपा। कोतवाली थाना प्रभारी को ज्ञापन नहीं देकर युवा सीएसपी को ही ज्ञापन देने की बात पर काफी देर तक अड़े रहे।
सीएसपी के आने पर ज्ञापन का वाचन करते हुए जिला संयोजक झा ने बताया कि शुक्रवार को शहर में मुस्लिम समाज द्वारा निकाले गए जुलूस में जगह-जगह हिंदुओं की भावना भड़काने और अपमानित करने का प्रयास किया गया। हिंदुओं के पवित्र भगवा ध्वज पर इस्लाम जिंदाबाद जैसे नारे लिखकर लहराए गए।
जलेबी चौक पर भगवा ध्वज निकाल कर फेंकने का आरोप
जलेबी चौक क्षेत्र में गुरुवार रात भागवा ध्वज को निकाल कर फेंका गया तथा कुछ युवकों द्वारा तालिबान के झंडे भी लहराए गए। शहर के कल्यानगंज का नाम कल्लन अली गंज लिखकर भावनाएं आहत की गई। गणेश पंडालों के पास भी फटाखे फोड़े गए। हिंदू नेता पालीवाल ने कहा कि जुलूस में समाज के वरिष्ठ जनों और नेतृत्वकर्ताओं के सामने दारुल इस्लाम और शरिया कानून के समर्थन में भी गीत बजाए गए, जो देश के संविधान के खिलाफ है।
हिंदू संगठनों के पदाधिकारी ने पुलिस से शहर की फिजा खराब करने का प्रयास करने वाले उपद्रवियों के विरुद्ध अपराध पंजीकृत करने की मांग की गई। जल्द कोई कार्रवाई न होने पर चरणबध्द आंदोलन की चेतावनी दी थी। जिसके बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।