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पुलिस कस्टडी में युवक की मौत का मामला : दोषी पुलिसकर्मियों को बहाल किया तो हम करेंगे धरना प्रदर्शन और चक्का जाम – विधायक गणेश घोघरा

डूंगरपुर: जिले के दोवड़ा थाना में पुलिस हिरासत में चोरी के आरोपी की मौत मामले में निलंबित पुलिसकर्मियों को बहाल करने की मांग को लेकर शुक्रवार को सर्वसमाज द्वारा आसपुर उपखंड मुख्यालय पर बैठक कर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर निलंबित पुलिसकर्मियों को बहाल करने की मांग की गई थी जिसके विरोध स्वरूप शनिवार को आदिवासी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष एवं डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा ने सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता कर दोषी पुलिसकर्मियों को बहाल करने पर धरना-प्रदर्शन और चक्का जाम करने की चेतावनी दी.
कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने दोवड़ा पुलिस पर थाने में चोरी के आरोपी से पूछताछ के दौरान मारपीट कर हत्या करने के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि युवक की मौत पुलिस की पिटाई से हुई थी लेकिन प्रशासन द्वारा मामले को दबाने के लिए चार दिन तक उसे वेंटिलेटर पर रखा. वहीं, युवक दिलीप अहारी की मौत पर सरकार को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा देना चाहिए था, लेकिन केवल 27.50 लाख में ही समझौता कर लिया गया.
उन्होंने कहा कि आरोपी पुलिसकर्मियों को अब तक केवल सस्पेंड किया गया है, जबकि उन्हें बर्खास्त करना चाहिए. उन्होंने आसपुर क्षेत्र में सर्वसमाज की बैठक में पुलिसकर्मियों को फिर से बहाल करने की मांग पर विरोध जताया. विधायक ने कहा कि सर्वसमाज की आड़ में दोषी पुलिसकर्मियों को बचाने के लिए तथाकथित लोगों द्वारा पैरवी की जा रही है. वहीं, उन्होंने जातिवाद के नाम पर क्षेत्र का सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का भी आरोप लगाया. विधायक ने कहा कि अगर निलंबित पुलिसकर्मियों को फिर से बहाल किया गया तो इसके खिलाफ वह आंदोलन करेंगे.
वहीं, घोघरा ने पिछले दिनों शहर के सेंट पोल स्कूल के हॉस्टल में कार्रवाई को भी भाजपा और आरएसएस का षडयंत्र बताया. उन्होंने कहा कि हॉस्टल में पढ़ने वाले बच्चों के पेरेंट्स को कोई तकलीफ नहीं है, लेकिन धर्मांतरण के नाम पर भाजपा और आरएसएस के लोग यहां का माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं तथा हमेशा हिंदुओं के ठेकेदार बनकर जबरन आदिवासियों को हिंदू बनाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आदिवासी हिंदू नहीं है. आदिवासी की पूजा-पद्धति, संस्कृति, रहन-सहन अलग है. सुप्रीम कोर्ट भी आदिवासी को हिंदू नहीं मानता, फिर भी जबरदस्ती बीजेपी और आरएसएस के लोग आदिवासियों पर हिंदू होने का ठप्पा लगवा रहे हैं.  पत्रकार वार्ता में प्रधान कांता देवी कोटेड, समाजसेवी केवल राम कोटेड, सरपंच मुकेश अहारी, बसंतलाल खराड़ी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे.
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