बसपा प्रमुख मायावती ने मंगलवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव में प्रतिकूल नतीजों के लिए राज्य के जाट समुदाय की ‘जातिवादी’ मानसिकता को जिम्मेदार ठहराया. मायावती ने उन्हें अपनी मानसिकता बदलने की सलाह दी. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने क्षेत्रीय पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के साथ गठबंधन करके हरियाणा चुनाव लड़ा था.
किसे कितना वोट?
चुनाव आयोग के अनुसार, भाजपा ने अपने प्रदर्शन से अपने प्रतिद्वंद्वियों को चौंका दिया और लगातार तीसरी बार राज्य चुनाव में 48 सीटें जीतकर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस 37 और आईएनएलडी को सिर्फ दो सीटों पर जीत मिली, जबकि तीन सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में गईं. चुनाव आयोग की वेबसाइट पर डेटा विश्लेषण से पता चलता है कि बसपा को 1.82 प्रतिशत वोट मिले, जबकि उसकी सहयोगी आईएनएलडी को 4.14 प्रतिशत वोट मिले.
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मंगलवार रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, ‘बीएसपी और आईएनएलडी ने हरियाणा विधानसभा का चुनाव गठबंधन में लड़ा था. लेकिन आज के नतीजों से पता चलता है कि जाट समुदाय के जातिवादी लोगों ने बीएसपी को वोट नहीं दिया, जिसके कारण पार्टी के उम्मीदवार कुछ सीटों पर मामूली वोटों से हार गए, हालांकि बीएसपी का पूरा वोट ट्रांसफर हो गया.’
1. हरियाणा विधानसभा आमचुनाव बीएसपी व इनेलो ने गठबंधन करके लड़ा किन्तु आज आए परिणाम से स्पष्ट है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बीएसपी को वोट नहीं दिया जिससे बीएसपी के उम्मीदवार कुछ सीटों पर थोड़े वोटों के अन्तर से हार गए, हालांकि बीएसपी का पूरा वोट ट्रांस्फर हुआ। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) October 8, 2024
मायावती ने दी सलाह
मायावती ने हिंदी में पोस्ट किया, ‘यूपी के जाट समुदाय के लोगों ने अपनी जातिवादी मानसिकता को काफी हद तक बदल दिया है और वे बीएसपी से विधायक और सरकार में मंत्री बन गए हैं. हरियाणा के जाट समुदाय के लोगों को भी उनके नक्शेकदम पर चलना चाहिए और अपनी जातिवादी मानसिकता को बदलना चाहिए. यह एक विशेष सलाह है.’
3. बीएसपी के लोगों द्वारा पूरी दमदारी के साथ यह चुनाव लड़ने के लिए सभी का हार्दिक आभार प्रकट करती हूँ व आश्वस्त करती हूँ कि उनकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। लोगों को निराश नहीं होना है और न ही हिम्मत हारनी है, बल्कि अपना रास्ता खुद बनाने के लिए तत्पर रहना है। नया रास्ता निकलेगा। 3/3
— Mayawati (@Mayawati) October 8, 2024
उन्होंने इस चुनाव को ‘पूरी ताकत’ से लड़ने के लिए सभी बीएसपी सदस्यों का दिल से आभार व्यक्त किया और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी. उन्होंने तीन पार्ट के अपनी पोस्ट में कहा, ‘लोगों को निराश नहीं होना चाहिए और न ही उम्मीद खोनी चाहिए. लेकिन उन्हें अपना रास्ता खुद बनाने के लिए तैयार रहना चाहिए. एक नया रास्ता निकलेगा.’
गौरतलब है कि बसपा हरियाणा विधानसभा चुनाव में अपना खाता भी नहीं खोल पाई.
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