बिलासपुर जिले के पचपेड़ी क्षेत्र में मवेशी तस्करी का मामला सामने आया है। मेटाडोर में 25-30 मवेशियों को बूचड़खाने ले जाने की आशंका पर ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया है। हिंदूवादी संगठन- बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मवेशियों को मुक्त कराकर गौशाला भेजा है। हालांकि, तस्करी के इस मामले में सरपंच को छोड़ने का भी आरोप लग रहा है। पुलिस इस मामले में केस दर्ज कर अन्य तस्करों की जानकारी जुटा रही है।
दरअसल, ग्राम जोंधरा में गुरुवार की रात नारायण पटेल ने बजरंग दल के सदस्यों को मवेशी तस्करी की जानकर दी। नारायण ने उन्हें बताया कि माजदा क्रमांक सीजी 22 आर 8647 में तस्कर 25 से 30 मवेशियों को भरकर ले जा रहे हैं।
इस पर हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। रात करीब 10.30 बजे वाहन रुकवा कर देखा तो मवेशी ठूंस-ठूंस कर भरे हुए थे। तत्काल उन्होंने माजदा के केबिन में बैठे लोगों से मवेशियों से संबंधित दस्तावेज मांगे, लेकिन उनके पास कुछ नहीं मिला।
ड्राइवर व मालिक की पिटाई, मालिक फरार
इस दौरान मवेशी तस्करी के संदेह पर पहले कार्यकर्ताओं ने ड्राइवर और मालिक की जमकर पिटाई कर दी। जिसके बाद आक्रोशित भीड़ को देख मेटाडोर का मालिक मौका पाकर भाग गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पुलिस को बुला लिया।
फिर मेटाडोर और मवेशी के साथ ही ड्राइवर को उन्हें सौंप दिया। प्रारंभिक पूछताछ में ड्राइवर ने मवेशी को शिवरीनारायण ले जाना बताया। इस मामले में पुलिस ने गाड़ी मालिक और चालक के खिलाफ केस दर्ज किया है।
तस्करों से बलौदाबाजार जिले के सरपंच का कनेक्शन
इधर, पुलिस की प्राथमिक जांच में पता चला है कि वाहन बलौदाबाजार जिले के एक सरपंच का था। मवेशियों की तस्करी के दौरान सरपंच खुद वाहन में मौजूद था। जब वे पकड़े गए तो कुछ लोग उसे छुड़ाने भी पहुंच गए। तभी मौका देखकर सरपंच किसी तरह भाग निकला।
इसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को सूचना देकर ड्राइवर को गिरफ्तार कराया। फिलहाल, पुलिस ने आरोपी ड्राइवर सुरेश पटेल को गिरफ्तार कर लिया है।