NEET पेपर लीक मामले में ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ एहसान-उल-हक और सेंटर सुप्रिटेंडेट इम्तियाज को CBI ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया. डॉ एहसान NEET परीक्षा हजारीबाग के डिस्ट्रिक कोऑर्डिनेटर भी थे. CBI ओएसिस स्कूल हजारीबाग के प्रिंसिपल एहसान उल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम के साथ–साथ एक पत्रकार को भी हजारीबाग से पटना लेकर आ सकती है. CBI आगे की पूछताछ पटना में करेगी.
CBI गुरुवार को पूछताछ के लिए हजारीबाग के चरही गेस्ट हाउस लेकर पहुंची थी. CBI की टीम ने पहले एहसान-उल-हक से इसी गेस्ट हाउस में पूछताछ की. बता दें कि पिछले चार दिनों से CBI की टीम हजारीबाग में NEET प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच कर रही है. बुधवार को ओएसिस स्कूल में जांच के बाद CBI टीम ने प्रिंसिपल एहसान उल हक को हिरासत में ले लिया था.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
प्रिंसिपल एहसान उल हक के साथ दो पत्रकारों का कनेक्शन CBI में ट्रैक किया था. यह दोनों झारखंड के एक के हिंदी दैनिक से जुड़े हुए हैं. CBI टीम जिस पत्रकार को पटना लेकर आ सकती है उसका नाम सलाउद्दीन बताया जा रहा है. पत्रकार और प्रिंसिपल के बीच पेपर लीक और NEET परीक्षा के दौरान लगातार बातचीत होती रही. एहसान उल हक के कॉल डिटेल्स के आधार पर पत्रकार को CBI ने पूछताछ के लिए बुलाया था.
दरअसल, नीट पेपर लीक मामले की जांच के दौरान बिहार पुलिस को गिरफ्तार अभ्यर्थियों के घर से अधजले कागजात मिले थे, इसमें प्रश्नपत्र की फोटोकॉपी भी थी. इसके बाद बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने इन जले हुए कागजात का मिलान NTA द्वारा उपलब्ध कराए गए मूल प्रश्नपत्र से किया, जिसमें अधजले कागजात में 68 प्रश्न मूल प्रश्नपत्र से हूबहू पाए गए. आगे की जांच में सामने आया कि पुलिस को जो प्रश्नपत्र मिले हैं, वे हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के बुकलेट से मेल खाते हैं. इसके बाद से ही ओएसिस स्कूल पर CBI की नजर है.
इस मामले को लेकर प्रिंसिपल एहसान उल हक ने आजतक पर सफाई देते हुए खुद को बेकसूर बताया था. लेकिन EOU सूत्रों के मुताबिक उनकी भूमिका संदिग्ध है. बता दें कि ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक CBSE के सिटी कोऑर्डिनेटर भी हैं. उनके पास चार जिले हजारीबाग, चतरा, कोडरमा और रामगढ़ के सेंटर आते हैं, जहां CBSE कई परीक्षा आयोजित कराती है.