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AIIMS Rishikesh Scam: एम्स ऋषिकेश में 8 करोड़ का घोटाला, घटिया उपकरण और अधूरी सप्लाई से जुड़ा है मामला,CBI ने दर्ज किया केस

AIIMS Rishikesh Scam: ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) ऋषिकेश एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार एम्स ऋषिकेश में करोड़ों रुपये के घोटाले ने पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए हैं. असल में ये पूरा मामला कार्डियोलॉजी विभाग के सीसीयू (कोरोनरी केयर यूनिट) में 8 करोड़ रुपये के घोटाले से जुड़ा हुआ है, जिसमें घटिया उपकरण और अधूरी सप्लाई का आरोप है. अब इस पूरे मामले की जांच सीबीआई के हाथों में है. सीबीएसई ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. आइए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है? सीबीआई ने किन लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं? अब आगे क्या होगा?

बेड तो लगेलेकिन यूनिट कभी चालू नहीं हुई

असल में ये पूरा मामला एम्स ऋषिकेश में कार्डियोलॉजी विभाग के सीसीयू से जुड़ा है. आरोप है कि 16 बेड वाली इस यूनिट पर 8 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए गए, लेकिन मरीजों को इसका कोई फायदा नहीं मिला है. जानकारी के मुताबिक, 5 दिसंबर 2017 को एम्स प्रशासन ने टेंडर जारी किया था. काम दिल्ली की कंपनी एमएस प्रो मेडिक डिवाइसेस को सौंपा गया. कंपनी ने 2019-20 में दो बार में उपकरणों की सप्लाई की और इसके बदले एम्स को 8.08 करोड़ रुपये का बिल थमा दिया, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि यूनिट कभी शुरू ही नहीं हुई. मरीजों के लिए जो बेड लगाए गए, वे सिर्फ दिखावे तक ही सीमित रह गए.

जांच में निकली बड़ी खामियां

सीबीआई और एम्स अफसरों ने 26 मार्च को जब संयुक्त जांच की तो इसमें गंभीर खामियां नजर आईं. रिपोर्ट के मुताबिक, कई उपकरणों की गुणवत्ता बेहद खराब थी. कुछ सामान पूरी तरह से गायब मिले. कई मशीनें तय स्पेसिफिकेशन से मेल ही नहीं खाती थीं. यहां तक कि टेंडर से जुड़ी अहम फाइलें भी गायब कर दी गईं.

तीन बड़े नाम शक के घेरे में

इस घोटाले में एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रविकांत, पूर्व खरीद अधिकारी डॉ. राजेश पसरीचा और पूर्व स्टोर कीपर रूप सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इनके अलावा कुछ अज्ञात सरकारी कर्मचारियों और निजी लोगों पर भी शक जताया गया है. सीबीआई ने 26 सितंबर को इस मामले में आधिकारिक रूप से केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

और नामों को खंगाल रही सीबीआई

जांच एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर इतने बड़े घोटाले की परतों के पीछे और कौन लोग शामिल हैं. फिलहाल तीन अफसरों पर केस दर्ज हो चुका है. आने वाले दिनों में और बड़े नामों के खुलासे की संभावना है.

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