ऑस्ट्रेलिया की एक कोर्ट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X से पिछले हफ्ते हुए एक बिशप की हत्या से जुड़े कंटेंट को हाइड करने का आदेश दिया है. इसके बाद कंपनी के मालिक एलन मस्क और ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बानीज के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है.
कोर्ट के आदेश पर मस्क ने कहा, ‘आदेश का मतलब है कि कोई भी देश पूरे इंटरनेट को कंट्रोल कर सकता है.’ ई-सेफ्टी कमिश्नर के पुराने आदेश का जिक्र करते हुए मस्क ने कहा कि उन्होंने मामले से जुड़े कंटेंट को पूरी तरह से हटाने को कहा था.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
कमिश्नर के आदेश पर मस्क ने पीएम एंथनी अल्बानीज को टरगेट करते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री को लगता है कि पूरी पृथ्वी पर उनका अधिकार क्षेत्र होना चाहिए.’ मस्क के बयान पर पलटवार करते हुए पीएम एंथनी अल्बानीज ने कहा कि देश ‘इस अहंकारी अरबपति से निपटने के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करेगा.
मस्क सोचते हैं कि वह कानून से ऊपर हैं. यह विचार कि कोई व्यक्ति किसी प्लेटफॉर्म पर हिंसक कंटेंट डालने के अधिकार के लिए कोर्ट जाएगा, दर्शाता है कि मिस्टर मस्क कितने आउट-ऑफ-टच हैं.’ सोशल मीडिया को सामाजिक जिम्मेदारी भी निभाने की जरूरत है.
दरअसल, 15 अप्रैल को वेस्टर्न सिडनी के वेकले में ‘क्राइस्ट द गुड शेफर्ड’ चर्च के बिशप ‘मार मारी इमैनुएल’ की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी. इस चाकूबाजी में दो लोग घायल हुए थे. इस मामले में 16 साल के एक लड़के पर आतंकवाद से जुड़े धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
कोर्ट के आदेश के बाद मस्क ने कहा कि हमने मामले से जुड़े सभी कंटेंट ऑस्ट्रेलिया से हटा दिए हैं. लेकिन, कंपनी की चिंता यह है कि ऑस्ट्रेलियाई ‘ई-सेफ्टी कमिश्नर’ की मांग पर अगर दुनियाभर से किसी कंटेंट को हटा लिया जाता है, तो किसी और देश को पूरे इंटरनेट को कंट्रोल करने से कैसे रोका जा सकता है.
मस्क ने अपने X हैंडल से एक मीम पोस्ट किया जिसमें यह दिखाया गया है कि X का मतलब ‘फ्री स्पीच और सच’ है जबकि अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘सेंसरशिप और प्रोपेगेंडा’ से चलते हैं.
डोज डिजाइनर नाम के एक X हैंडल ने लिखा कि, ऑस्ट्रेलिया के ई-सेफ्टी कमिश्नर ने ग्लोबली कुछ पोस्ट को रोकने का आदेश दिया है. ऐसा नहीं करने पर रोजाना 5 लाख डॉलर (करीब ₹4.16 करोड़) फाइन लगाने की बात कही है. X इन वैश्विक सेंसरशिप आदेशों के खिलाफ लड़ रहा है. अब X प्रीमियम मेंबरशिप लेकर इस प्लेटफॉर्म का समर्थन करने का समय आ गया है.
मस्क ने 2022 में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर को खरीदने के बाद इसमें कई बदलाव किए. इसमें सबसे बड़े बदलावों में प्लेटफॉर्म का नाम बदलकर X करना और ‘सेव फ्री स्पीच’ यानी ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ को बचाने के मिशन पर काम करना शामिल था.