बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर भारत में काफी नाराजगी जताई जा रही है. आम लोगों के साथ ही तमाम नेता भी उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार 11 दिसंबर को केंद्र सरकार से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जो लोग बांग्लादेश से वापस भारत आना चाहते हैं, उन्हें वापस लाया जाए.
मुख्यमंत्री जगन्नाथ मंदिर के निर्माण की समीक्षा के लिए दीघा के दो दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि केंद्र को हिंसा प्रभावित बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देनी चाहिए और जो लोग लौटना चाहते हैं उन्हें वापस लाना चाहिए. सीएम ने कहा कि हम बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा चाहते हैं. केंद्र को इस मामले में कदम उठाना चाहिए.
‘कुछ लोग जानबूझकर फर्जी वीडियो प्रसारित कर रहे’
इसके साथ ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि कुछ लोग जानबूझकर फर्जी वीडियो प्रसारित कर सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह के फर्जी वीडियो से समाज में सांप्रदायिक तनाव बढ़ेगा, जो कि ठीक नहीं. इससे देश का माहौल खराब होगा.
हिंदू समुयाए के लोगों को बनाया जा रहा निशाना
बांग्लादेश की 17 करोड़ की आबादी में करीब 8 प्रतिशत अल्पसंख्यक हिंदू हैं, जिन्हें पांच अगस्त को शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के पतन के बाद से 50 से अधिक जिलों में हमलों का सामना करना पड़ा है. लगातार हिंदू धर्म को निशाना बनाया जा रहा है. उनके धार्मिक स्थलों पर हमले किए जा रहे हैं. अब तक कई मंदिरों में तोड़फोड़ और आगजनी की कई. इस्कॉन मंदिर में तोड़फोड़ की गई. मंदिर में मौजूद मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया गया.
अत्याचार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ भारत में कई जगह विरोध प्रदर्शन किए. वहीं विदेशों में सुरक्षा का मांग को लेकर आवाज उठाई जा रही है. कनाडा में बांग्लादेश वाणिज्य दूतावास के सामने हिंदू समुदाय के लोग एकत्रित हुए विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने हिंदुओं को बचाने की मांग की.