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इंटरव्यू के दौरान CEO ने की ऐसी हरकत, महिला ने ठुकराया जॉब ऑफर, वायरल हुआ LinkedIn पोस्ट

आज के दौर में पेशेवर लोग सिर्फ एक अच्छी नौकरी ही नहीं चाहते, बल्कि एक ऐसा माहौल भी चाहते हैं, जहां उन्हें सम्मान, आगे बढ़ने के मौके और पॉजिटिव एनर्जी मिले. हालांकि, अक्सर देखा गया है कि नौकरी की जरूरत के कारण कई लोग असहज स्थितियों से भी समझौता करने के लिए मजबूर हो जाते हैं. लेकिन बेंगलुरु की विभा गुप्ता नाम की एक महिला ने जो किया, उसकी सोशल मीडिया पर खूब सराहना हो रही है.

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बढ़ती बेरोजगारी के बीच जहां नौकरी तलाशना किसी चुनौती से कम नहीं है, वहीं विभा ने सिर्फ इसलिए जॉब ऑफर ठुकरा दिया क्योंकि उस कंपनी के सीईओ का रवैया उन्हें पसंद नहीं आया. पेशे से कॉपी राइटर विभा ने LinkedIn पर अपने उस कड़वे अनुभव को शेयर किया, जिसे कई पेशेवरों और महिलाओं का जमकर सपोर्ट मिल रहा है.

और इंटरव्यू में असहज हो गई महिला

उन्होंने अपनी पोस्ट में बिना कोई नाम लिए कहा कि उनका संदेह इंटरव्यू के दौरान शुरू हुआ, जब कंपनी के सीईओ ने उन्हें 15 मिनट तक इंतजार करवाया. पहले तो विभा को लगा कि बिजी शेड्यूल और फोन कॉल्स की वजह से सीईओ ने ऐसा हुआ होगा, लेकिन उसके बाद जो हुआ उससे वह असहज हो गईं.

‘ये तो अपमानजनक है’
उन्होंने बताया कि जब सीईओ ने उनसे पूछा कि क्या एचआर ने उन्हें कंपनी का कोई इंट्रो वीडियो भेजा गया है, इस पर जैसे ही उन्होंने ना में जवाब दिया सीईओ ने एचआर को फौरन केबिन में बुलाकर उनके ही फटकार लगाना शुरू कर दिया. विभा ने कहा, ‘मैं समझती हूं कि गलती एचआर की थी, लेकिन किसी अजनबी के सामने अपने कर्मचारी को डांटना अपमानजनक है.’

क्रिएटिव राइटिंग की तुलना चैटजीपीटी से
वहीं, मामला तब और बिगड़ गया जब सीईओ ने उनके क्रिएटिव कॉपी राइटिंग को सिरे से खारिज करते हुए उसकी तुलना चैटजीपीटी जैसी एआई-जनरेटेड मैटेरियल से कर दी. महिला ने कहा, सीईओ की टिप्पणी उसके स्किल के प्रति सम्मान की कमी को दर्शाता है.

विभा ने आगे कहा, ‘मुझे एहसास हुआ कि जो कॉपीराइटिंग को ‘चैटजीपीटी’ कहे, वो मेरे काम को क्या सम्मान देंगे.’ महिला ने अपनी पोस्ट में यह भी दावा किया कि चैटजीपीटी से उनके असाइनमेंट की तुलना करने के बावजूद सीईओ ने उनकी लिखी बायो की कॉपी अपनी मार्केटिंग टीम को भेज दिया. महिला ने कहा, अगर कंपनी कुछ दिनों बाद उनकी लिखी बायो से खुद के बायो को अपडेट कर दें, तो उसे हैरानी नहीं होगी.

उन्होंने कहा कि सीईओ को उसकी कंपनी के लिए कोई भी अच्छा कर्मचारी मिल जाएगा, पर वह उस कंपनी का हिस्सा नहीं बनना चाहतीं, जहां कर्मचारियों के लिए कोई सम्मान न हो. उनकी पोस्ट को कई पेशेवरों का सपोर्ट मिला है. कई लोगों ने उन्हें सुझाव दिया कि अगर कोई नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान सहज महसूस न करे, तो अपने भीतरमन को सुनना चाहिए कि वो क्या कह रहा है.

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